(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Jharkhand Crisis: ‘हेमंत सोरेन को सत्ता से बाहर...’, चंपई सोरेन के BJP में जाने की अटकलों पर ये क्या बोल गए संजय राउत
Maharashtra Elections 2024: संजय राउत ने झारखंड में मचे राजनीतिक हलचल को लेकर भी बीजेपी को घेरा और आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन की सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है.
Sanjay Raut Attack On BJP: झारखंड में होने वाले विधानसभा से पहले राजनीतिक हलचल अपने चरम पर है. पूर्व सीएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. मामले पर शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद सजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको बुरी तरह से हारने का डर है, इसीलिए वो ये सब कर रहे है.
संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र और झारखंड में इस लिए समय पर चुनाव नहीं करा रहे हैं क्योंकि चुनाव से पहले हेमंत सोरेन को सीएम पद से उतारना चाहते हैं, राज्य में अस्थिरता लाना चाहते हैं और महाराष्ट्र में तो बीजेपी को हार का डर है उन्हें पता है कि वो मरने जा रहे हैं और ये तय है क उनका सूपड़ा साफ होने वाला है. हारना तय है तो उनको और वक्त चाहिए.”
‘महाराष्ट्र की राजनीति से आउट हो चुके हैं फडणवीस’
उन्होंने आगे कहा, “चुनाव आयोग संविधान के खिलाफ काम कर रहा है और दवाब में काम कर रहा है.” देवेंद्र फडणवीस को लेकर संजय राउत ने कहा कि उन्हें महाराष्ट्र में कोई गंभीरता से नहीं लेता. एक जमाना था जब लोग उनकी बात गंभीरता से सुनते थे लेकिन पिछले 5 साल से देवेंद्र फडणवीस राजनीति से आउट हो चुके हैं. उन्होंने कहा, “देवेद्र फडणवीस का महाराष्ट्र की राजनीति में कोई वजूद नहीं है. वो क्या करते हैं और कहां जाते हैं. उनकी बातों को लोग तो छोड़ो उनके लोग ही नहीं लेते.”
‘लाडली बहन योजना के पैसे को करेंगे डबल’
लाडली बहन स्कीम को लेकर संजय राउत ने कहा, “महाराष्ट्र की सत्ता में जब महाविकास अघाड़ी की सरकार बनेगी तो इस योजना को मानदेय है उसको डबल करेंगे. 1500 से 3000 रुपये दिए जाएंगे. बात तो मोदी ने 15 लाख की कही थी लेकिन 1500 रुपये दे रहे हैं आप. वो भी गिनी चुनी महिलाओं को.”
सीएम शिंदे के राज ठाकरे वाले बयान पर क्या बोले राउत?
राज ठाकरे के पार्टी छोड़ने वाले एकनाथ शिंदे के बयान पर उन्होंने कहा, “सीएम को कुछ नहीं पता है. जब राज ठाकरे ने शिवसेना छोड़ी थी तो हम सभी वहां पर थे. वो तो पिक्चर के सीन में ही नहीं थे. वो ठाणे की एक जगह पर काम करते थे और मुंबई में भी नहीं आते थे. जब राज ठाकरे पार्टी छोड़ रहे थे तो उस वक्त मैं उनके साथ ही खड़ा था. मैं उनको समझा रहा था. उनको क्या मालूम है.”
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