Jharkhand Anti-Naxal Operation: झारखंड (Jharkhand) में नक्सलियों (Naxalites) को उनके ही गढ़ में घेरने के लिए सीआरपीएफ (CRPF) ने ऑपरेशन ऑक्टोपस (Operation Octopus) लॉन्च किया है. इसके लिए झारखंड के बेहद ही दुर्गम और नक्सली गढ़ माने जाने वाले बूढ़ा-पहाड़ इलाके में सीआरपीएफ ने पुलिस की मदद से ऑपरेशन ऑक्टोपस शुरू किया है. 4 सितंबर को लॉन्च किए गए इस खास ऑपरेशन में बड़ी मात्रा में आईईडी, लैंडमाइन्स और गोलाबारूद बरामद हुआ है.


राजधानी दिल्ली (Delhi) में सीआरपीएफ के एक प्रवक्ता ने बताया कि झारखंड़ के गढ़वा जिले में बूढ़ा पहाड़ इलाका बेहद ही दुर्गम इलाका माना जाता रहा है. यहां पर पिछले कई सालों से सीआरपीएफ और झारखंड़ पुलिस (Jharkhand Police) को घुसने में भी खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. पहाड़ और जंगल का इलाका होने के साथ साथ यहां पर नक्सलियों ने जगह-जगह आईईडी और लैंड-माइन्स बिछा रखी थीं.


वर्ष 2018 में यहां नक्सलियों के एक बड़े हमले में पांच सुरक्षाकर्मी वीरगति को प्राप्त हुए थे. नक्सलियों के बड़े कमांडर्स के इस इलाके में छिपे होने की रिपोर्ट मिलती रहती थीं. यही वजह है कि सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो बटालियन और झारखंड पुलिस की एंटी-नक्सल फोर्स, जगुआर ने इस पहाड़ी इलाके को तीन तरफ से घेरने की योजना बनाई.


सीआरपीएफ को बड़ी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ 


जानकारी के मुताबिक, बूढा़-पहाड़ इलाके को गढ़वा और लातेहार जिले (Latehar District) के साथ साथ छत्तीसगढ़ से भी घेरने की तैयारी की गई. इसके लिए इन तीनों इलाकों से सुरक्षाबलों ने धीरे-धीरे आगे बढ़ाना शुरु किया और पिछले तीन दिनों में एक बड़े इलाकों को आईईडी और लैंडमाइन्स से क्लीयर कर बूढ़ा-पहाड़ के ऊपर पहुंचने में कामयाब हो गए हैं.


सीआरपीएफ के आईजी स्तर के अधिकारी ने बताया कि जल्द ही इस पहाड़ पर सुरक्षाबल अपना कैंप स्थापित करने की कोशिश करेंगे, ताकि फिर से ये इलाका नक्सलियों की पनाहगाह ना बन पाए. सीआरपीएफ के मुताबिक पिछले तीन दिनों में बूढ़ा पहाड़ इलाके से बड़ी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुआ है, जिसमें प्रेशर कुकर आईईडी (21), केन आईईडी (16), सिलेंडर बम (2), चीनी ग्रेनेड (35) समेत कई अन्य हथियार भी बरामद हुए हैं. 


नक्सली संगठनों के तीन बड़े कमांर्डस छिपे होने की रिपोर्ट


सीआरपीएफ के मुताबिक, अभी तक इस इलाके में किसी भी नक्सली के साथ मुठभेड़ नहीं हुई है, लेकिन ऑपरेशन ऑक्टोपस जारी है. नक्सली संगठनों के तीन बड़े कमांर्डस के इस इलाके में छिपे होने की रिपोर्ट मिल रही हैं. ये तीनों कमांडर हैं सौरभ उर्फ मार्कस बाबा, संतू और नवीन. ये तीनों ही 10-25 लाख के ईनामी नक्सली हैं. गौरतलब है कि नक्सलियों के बड़े कमांडर्स में से एक अरविंद जी और मिथलेश उर्फ भिखारी भी कभी इसी इलाके में छिपे रहते थे. हालांकि, अभी दोनों ही मारे जा चुके हैं. सीआरपीएफ के अधिकारी ने बताया कि पिछले एक हफ्ते में झारखंड के अलग-अलग जिलों में दो नक्सली ढेर किए गए हैं जबकि 08 ने सरेंडर किया है.


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