केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार (11 नवंबर 2024) को झारखंड में भाजपा की सरकार बनने पर घुसपैठियों के खिलाफ कड़े कदम उठाने का आश्वासन दिया. सरायकेला में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें बाहर निकालने और उनके कब्जे में ली गई जमीन को वापस लेने के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आदिवासी महिलाओं से शादी करके जमीन हासिल करने वाले घुसपैठियों पर नियंत्रण के लिए एक विशेष कानून लाया जाएगा.
अमित शाह ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की वर्तमान सरकार पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा, "झारखंड में आदिवासियों की आबादी घट रही है. घुसपैठिए हमारी बेटियों से शादी करके जमीन हड़प रहे हैं. हम आदिवासी महिलाओं से शादी करने पर घुसपैठियों को जमीन हस्तांतरण रोकने के लिए कानून लाएंगे."
चंपई सोरेन का मुद्दा उठाते हुए सरकार पर आरोप
अमित शाह ने यह भी आरोप लगाया कि झारखंड में घुसपैठ का मुद्दा उठाने पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता चंपई सोरेन का अपमान किया गया और हेमंत सोरेन ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया. गृह मंत्री ने झामुमो, कांग्रेस और राजद नेताओं पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने और केवल अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए काम करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सत्ता में आती है तो झामुमो के भ्रष्ट नेताओं को जेल भेजा जाएगा.
अमित शाह ने कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही घुसपैठियों पर नियंत्रण के साथ-साथ आदिवासियों के अधिकारों की सुरक्षा की जाएगी. उन्होंने यह आश्वासन भी दिया कि भाजपा सरकार झारखंड के विकास के लिए ईमानदारी से काम करेगी.
भ्रष्टाचार के आरोप और घोटालों पर सवाल
अमित शाह ने झामुमो सरकार पर 1,000 करोड़ रुपये के मनरेगा घोटाले, 300 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले, 1,000 करोड़ रुपये के खनन घोटाले और करोड़ों रुपये के शराब घोटाले का आरोप भी लगाया. उन्होंने दावा किया कि केंद्र द्वारा भेजे गए 3.90 लाख करोड़ रुपये का भी राज्य सरकार ने दुरुपयोग किया है. उन्होंने वादा किया कि भाजपा के सत्ता में आने पर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि यदि केंद्र एक रुपया भेजे तो राज्य उसमें 25 पैसे और जोड़े, ताकि जनता तक 1.25 रुपये का लाभ पहुंचे. भाजपा राज्य में ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ शासन देने की कोशिश करेगी.
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