नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन की जबरदस्त जीत पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि झारखंड के लोग विशेष बधाई के पात्र हैं. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इसके विभाजनकारी एजेंडे को हराने के लिए राज्य के लोग बधाई के पात्र हैं. उन्होंने इस जीत को स्पेशल और समकालीन समय में अत्यधिक महत्व वाला बताया.
सोनिया गांधी ने कहा कि लोगों ने जाति और धार्मिक आधार पर समाज को विभाजित करने के बीजेपी के प्रयासों को हराया है. गौरतलब है कि राज्य में तीनों दलों के गठबंधन ने 47 सीटें जीती हैं. कुल 81 विधानसभा सीटों वाले झारखंड में सरकार बनाने के लिए 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत है. ऐसे में राज्य में तीनों दलों के गठबंधन वाले सरकार का बनना तय माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन 28 दिसंबर को राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं.
झारखंड में जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन क्यों जीता ? जानिए इसके पीछे की बड़ी वजह
किसने कितनी सीटें जीतीं
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जेएमएम ने सबसे ज्यादा 30 सीटें जीती हैं. बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी बनी है. बीजेपी के खाते में 25 सीटें गई हैं. कांग्रेस ने 16 सीटों पर कब्जा जमाया है. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छह सीटें जीती थीं. उसे इस बार 10 सीटों का फायदा हुआ है. वहीं गठबंधन की सहयोगी पार्टी आरजेडी ने एक सीट पर कब्जा जमाया है.
इसके अलावा आजसु के खाते में दो सीटें गई हैं. उसे पिछली बार के मुकाबले तीन सीटों का नुकसान हुआ है. वहीं झारखंड विकास मोर्चा (जेवीएम) को भी सीटों का नुकसान हुआ है. पिछली बार जेवीएम ने आठ सीटें जीती थीं लेकिन इस बार वह तीन सीटें जीतने में ही कामयाब हो पाई है. वहीं सीपीआई (एमएल) ने एक, एनसीपी ने एक और दो निर्दलीय उम्मीदवार जीते हैं.
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