दुमका कांड: अंकिता हत्याकांड में क्या बरती गई लापरवाही? सोरेन सरकार ने abp न्यूज़ पर मानी गलती
Dumka Murder Case: दुमका हत्याकांड मामले को लेकर राजनीति बढ़ने लगी है. एक तरफ विपक्ष लगातार सरकार को घेरने का काम कर रही है तो वहीं, अब खुद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सरकार की चूक को मानी है.
Health Minister Banna Gupta: झारखंड के दुमका में एक एकतरफा प्यार के चलते एक लड़की की जलाकर हत्या कर दी गई. इस मामले को अब राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ABP लाइव के सामने सरकार की गलती को मान लिया है. उन्होंने माना है कि सरकार से मामले में चूक हुई है. हालांकि, उन्होंने इस मामले की कड़ी निंदा भी की और इसे एक क्रूरतम मामला माना है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही स्पीडी ट्रायल भी कराया जाएगा.
बन्ना गुप्ता ने कहा, "वह बच्ची मेरी बहन जैसी है. इस मामले में आरोपी को फांसी की सजा दी जानी चाहिए. सरकार इस मामले को लेकर हर तरह से कड़ी कार्रवाई करेगी. ऐसे संवेदनशील मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए." लड़की को अस्पताल ले जाने वाले सवाल पर बन्ना गुप्ता ने सफाई देते हुए कहा, "लड़की के इलाज के लिए तत्काल रूप से एक लाख रुपये देने का काम किया गया था. लड़की को रिम्स में ट्रांसफर किया गया. इलाज में किसी तरह की कोई कमी नहीं की गई."
बन्ना गुप्ता ने आगे यह भी माना की सरकार की तरफ से थोड़ी बहुत चूक हुई है. उन्होंने कहा, "आप गलती करते हैं यह गलती नहीं है, लेकिन आप गलती को स्वीकार नहीं करते यह बड़ी गलती है." उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल अभी हमें उस दरिंदे को फांसी के फंदे तक ले जाना है. मुआवजे को लेकर मंत्री ने कहा कि राहत के रूप में सरकार हर तरह से लड़की के परिवार के साथ खड़ी है.
क्या है पूरा मामला
झारखंड के दुमका में मंगलवार को शाहरुख नामक एक युवक ने एकतरफा प्यार में असफल होने पर 12वीं कक्षा में पढ़ने वाली 19 साल की युवती (अंकिता) को जिंदा जला दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए धारा 144 लगा दी गई है. पुलिस ने बताया कि घटना में लड़की 90 फीसदी झुलस गई थी. लड़की को इलाज के लिए रांची स्थित रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां रविवार यानी 28 अगस्त तड़के ढाई बजे उसकी मौत हो गई.
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