Ranchi Violence: हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता का दावा, 'झारखंड में हिंसा दूसरे राज्य के लोगों ने फैलाई'
Ranchi Violence: झारखंड (Jharkhand) के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दावा किया है कि उनके राज्य में हिंसा दूसरे राज्य से आकर लोगों ने भड़कायी है.
Ranchi Violence: झारखंड (Jharkhand) के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) ने रांची हिंसा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दावा किया है कि उनके राज्य में हिंसा दूसरे राज्य से आकर लोगों ने भड़काई है और उनके पास इसकी पुख्ता जानकारी है. उन्होंने कहा है कि बाहर से आकर लोगों ने झारखंड में तनाव फैलाने और माहौल खराब करने का काम किया है. उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा. बन्ना ने कहा कि पुलिस जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी.
गौरतलब है कि हिंसा के बाद बन्ना गुप्ता पहले ऐसे नेता हैं और मंत्री हैं जिन्होंने खुलेआम स्वीकार किया है कि बाहर से आकर लोगों ने यहां पर हिंसा भड़काई.
राज्य के डीजीपी ने दिया था अराजकता पर इनपुट
गौरतलब है कि सोमवार को ही रांची में हुई हिंसा को लेकर झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने पुलिस महानिदेशक (DGP) नीरज सिन्हा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को राजभवन में तलब किया था. इस दौरान DGP सिन्हा ने उनके सामने स्वीकार किया था कि उन्हें खुफिया विभाग (IB) ने 150 लोगों के रांची (Ranchi )में अराजकता फैलाने का इनपुट दिया था. गौरतलब है कि इसके बावजूद पुलिस सतर्क नहीं हुई और वहां हिंसा भड़क उठी.
पुलिस कर रही है जांच
आईबी के इनपुट मामले पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है. रांची हिंसा की जांच पुलिस कर रही है. पुलिस ने हिंसा को रोकने का काम किया है, नहीं तो बड़ी घटना घट सकती थी.
बता दें कि रांची में सहारनपुर से 4 जून को दर्जन भर लोग आए थे जो हिंसा के करने के लिए मुस्लिम युवाओं को उकसा रहे थे. इस वजह से ही वहां हिंसा भड़की. सूत्रों के मुताबिक हिंसा वाले दिन जब भीड़ नारे लगाते हुए आगे बढ़ रही थी, तब एक गली में 80-90 युवक टोपी पहने खड़े थे. उन्हें चेहरा ढकने के लिए नकाब और रुमाल दिया जा रहा था. यह युवा लड़के प्रदर्शन कर रहे लोगों की भीड़ में घुस गए थे. उसके बाद प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गया. इन्हीं युवाओं ने भीड़ में से पुलिस पर पत्थर फेंके थे. युवाओं को हिंसा के लिये उकसाने और नकाब देने वाले लोग बाहर से आए थे.
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