Jharkhand Politics: महाराष्ट्र के बाद क्या अब झारखंड की बारी? कांग्रेस को यहां भी लगेगा झटका! क्या गिरेगी सोरेन की सरकार?
Hemant Soren Politics: बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि जिस तरह के हालात महाराष्ट्र में बने, ठीक उसी तरह से झारखंड में भी जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन सरकार की हालत हो सकती है.
Jharkhand Hemant Soren Politics: महाराष्ट्र में शिवसेना में हुए विद्रोह के बाद प्रदेश की सियासत पूरी तरह से बदल गई है. इस बीच झारखंड को लेकर भी सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. आशंका जताई जा रही है कि क्या अब महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार (MVA Govt) के गिरने के बाद झारखंड (Jharkhand ) की भी बारी आने वाली है? अभी हाल ही में बीजेपी के एक नेता शुभेंदु अधिकारी (Subhendu Adhikari) ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया था. उन्होंने निकट भविष्य में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की अगुआई वाली महा विकास अघाड़ी सरकार जैसा हश्र झारखंड की हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार के होने का दावा किया था.
इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि महाराष्ट्र में कामयाबी मिलने के बाद क्या अब बीजेपी झारखंड मिशन को अंजाम देगी. बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा था कि जिस तरह के हालात महाराष्ट्र में बने हैं, ठीक उसी तरह से झारखंड में भी जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन सरकार की भी हालत हो सकती है.
हेमंत सोरेन और अमित शाह की मुलाकात
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुलाकात भी की थी, जिसके बाद सियासी हलकों में चर्चा और जोर पकड़ रही है. मुख्यमंत्री सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष भी है. बीजेपी की ओर से उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से उपजी ऑफिस फॉर प्रोफिट मामले में मंगलवार को भारत के चुनाव आयोग के सामने पेश होने के लिए दिल्ली में थे.
द्रौपदी मुर्मू को लेकर JMM असमंजस में?
हालांकि, सोरेन की अमित शाह के साथ मुलाकात ऐसे समय में हुई जब जेएमएम इस बात को लेकर असमंजस में है कि क्या उसे बीजेपी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का समर्थन करना चाहिए या नहीं. द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी है. इस बीच राज्य में कांग्रेस के साथ उसके गठबंधन में दरार भी आ गई हैं. चर्चा ये भी है कि कांग्रेस के 16 विधायकों में से कई पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. कांग्रेस के टूटने पर आजसू, एनसीपी और निर्दलीय भी बीजेपी के पाले में जा सकते हैं.
झारखंड में किस पार्टी के पास कितनी सीटें?
बताया जा रहा है कि लंबित मामलों में झारखंड (Jharkhand) के सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) दोषी पाए जाते हैं तो बीजेपी यहां भी खेल कर सकती है. बता दें कि झारखंड में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन ने 2019 में आदिवासी बेल्ट में 28 में से 25 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी दो सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई थी. झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा में जेएमएम (JMM) के 30, कांग्रेस (Congress) के 16 और बीजेपी के 25 विधायक हैं.
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