झारखंड के देवघर में रोपवे हादसे के बाद बचाव कार्य 46 घंटे बाद अब पूरा हो गया है. रविवार की शाम चार बजे ट्रॉली कारों के आपस में टकराने के कारण रोपवे में खराबी आ जाने के बाद, हवा में लटकी केबल कारों से अब तक करीब 47 लोगों को सुरक्षित निकाला गया. घटना में अब तक दो महिला समेत तीन की मौत हो चुकी है. वहीं, हादसे में 12 लोग घायल हो गए जिनका अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
रविवार से लेकर अब तक देवघर की इस घटना में क्या-क्या हुआ आइये जानते हैं...
बीते रविवार को एक साथ कई ट्रॉलियों को श्रद्धालुओं के साथ रवाना किया गया था कि अचानक रोप-वे के केबल पर लोड बढ़ गया और एक रोलर टूट गया. चश्मदीदों के मुताबिक रोलर टूटते ही तीन ट्रॉलियां पहाड़ से टकरा गईं-और उनमें से दो ट्रॉलियां लुढ़कर नीचे जा गिरी. ये सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि जब तक कोई कुछ समझ पाता, कई श्रद्धालु ट्रॉलियों से जमीन पर गिर चुके थे. रोप वे की ट्रॉलियां दो पहाड़ों के बीच फंसी हैं. चारों तरफ पहाड़ियां हैं और नीचे खाई है और बीच में वो लोग फंसे हुए हैं-जो रविवार को ट्रॉलियों में सवार हुए थे. रोप-वे की ट्रॉलियां जमीन से करीब 2500 फीट की ऊंचाई पर है.
रविवार को अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू नहीं हो पाया था लेकिन सोमवार को वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना, वायुसेना और NDRF ने मोर्चा संभाला और ये रेसक्यू ऑपरेशन 46 घंटे बाद अब पूरा हो गया है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना के Mi-17 हेलिकॉप्टर को भी लगाया गया. रेस्क्यू टीम ने इस दौरान बच्चों को बिस्किट और फ्रूटी देकर बहलाने की कोशिश की गई लेकिन खौफ की लकीरें उनके चेहरों पर साफ देखी जा सकती थीं. वहीं, रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक शख्स ने हेलिकॉप्टर से गिरकर अपनी जान भी गवां दी.
ड्रोन की मदद से पहुंचाया जा रहा था खाना
अंधेरा होने के कारण सोमवार शाम 6 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था. जिन लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, उन सबको देवघर के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. ऊपर ट्रॉली में जो फंसे हुए थे उन्हें ड्रोन की मदद से पानी, खाने का सामान भेजा गया.
मुख्यमंत्री ने की उच्च स्तरीय जांच की घोषणा
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच की घोषणा की और कहा कि प्रशासन बचाव अभियान पर कड़ी नजर रखे हुए है. सुरक्षित निकाले गए यात्रियों को वायु सेना के दो हेलीकॉप्टरों की मदद से ‘एयरलिफ्ट’ किया गया. हवा में लटकी केबल कारों में फंसे लोगों को भोजन और पानी की आपूर्ति ड्रोन के जरिए की गई.
झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से मांगी जांच रिपोर्ट
झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन व जस्टिस एसएन प्रसाद की अदालत ने देवघर में रोपवे हादसे पर संज्ञान लिया है. अदालत ने राज्य सरकार से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट 25 अप्रैल को मांगी है. कोर्ट ने कहा कि वर्ष 2009 में इस तरह की गड़बड़ी हुई थी लेकिन उससे सबक नहीं लिया गया और दोबारा घटना हुई है. इस दौरान राज्य सरकार की ओर महाधिवक्ता ने कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं.
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