IAS Pooja Singhal Property Attached: प्रवर्तन निदेशालय ने मनरेगा घोटाले में निलंबित चल रही झारखंड की आईएएस अफसर पूजा सिंघल की 82 करोड़ की संपत्ति को स्थायी रूप से जब्त कर लिया है. इन संपत्तियों में एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, एक डॉयग्नोस्टिक सेंटर, प्लांट और मशीनरी के साथ ही रांची में जमीन के दो प्लॉट शामिल हैं. 


ईडी ने झारखंड पुलिस और सतर्कता ब्यूरो, झारखंड द्वारा दर्ज कई एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग जांच शुरू की थी. जांच से पता चला कि मनरेगा घोटाले से की गई काली कमाई की रकम पूजा सिंघल और उसके रिश्तेदारों से संबंधित विभिन्न बैंक खातों में जमा की गई थी और इस धन का उपयोग संपत्तियों में खरीद/निवेश के लिए भी किया गया था.


ईडी ने पूजा सिंघल की संपत्तियों, जिनमें पल्स अस्पताल, पल्स डायग्नोस्टिक सेंटर और अन्य चीजें शामिल हैं, को अस्थायी रूप से अटैच किया था. अब न्यायिक प्राधिकरण ने इसे स्थायी रूप से अटैच करने का आदेश दिया गया है. इसके बाद अब पल्स अस्पताल में आने वाला पैसा ईडी के खाते में जमा होगा.


करीब 20 करोड़ मिले थे कैश


पूजा सिंघल ने अपने पद का दुरुपयोग करके कथित तौर पर बेहिसाब पैसा कमाया था. जांच में ईडी ने पाया था कि पूजा सिंघल ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित की थी, जो इस पैसे ही मदद से खरीदा गया था.


जांच के दौरान ईडी ने 6 मई, 2022 को पूजा सिंघल और उनके सहयोगियों के ठिकानों की तलाशी ली थी. इस दौरान 19.76 करोड़ की रकम मिली थी, जिसे जब्त कर लिया गया था. अब इन सभी संपत्तियों को स्थायी रूप से जब्त कर लिया गया है.


बीते साल की गई थी गिरफ्तार


पूजा सिंघल को 11 मई, 2022 को ईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था. जुलाई में उनके और छह अन्य लोगों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत शिकायत दर्ज की गई थी.  31 अक्टूबर, 2022 को न्यायिक प्राधिकरण ने जब्त की गई नकदी के साथ-साथ अन्य जब्त की गई वस्तुओं को रखने की अनुमति दी थी.


सुप्रीम कोर्ट से किसी तरह की राहत मिलने से इनकार के बाद पूजा सिंघल वर्तमान में होटवार जेल, रांची में बंद हैं. आगे की जांच चल रही है.


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