ED Raid IAS Pooja Singhal: प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा कोष में 18 करोड़ रुपये से अधिक के कथित गबन से जुड़े मामले में झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघल और उनके परिवार के परिसर सहित कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी. एजेंसी को रांची में दो परिसरों पर छापेमारी के दौरान कुल 19.31 करोड़ रुपये की नकदी मिली है.
 
सूत्रों के अनुसार आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल से जुड़े तीन मामले हैं. आय से अधिक संपत्ति, अवैध खनन और मनरेगा घोटाला. ईडी ने शुक्रवार को पूजा सिंघल से जुड़े 18 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है. इसमें ज्यादातर छापेमारी झारखंड में हुई है. 19 करोड़ कैश ईडी ने  जब्त किया है. जबकि पूजा सिंघल के सीए के यहां से 17 करोड़ कैश मिला है. 


फरवरी में सिंघल के खिलाफ हुई थी शिकायत


पूजा सिंघल के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद ईडी ने छापेमारी की है. झारखंड हाईकोर्ट के वकील राजीव ने फरवरी 2022 में पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी में शिकायत दर्ज की थी. अवैध खनन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी को मिली थी. 


पूजा सिंघल पर आरोप है कि रेत खनन के लिए ठेके पसंद के ठेकेदारों को दे रही थीं. उनपर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं उनके भाई एवं विधायक बसंत सोरेन को कौड़ी के भाव खान का आवंटन करने का आरोप है. इस मामले में इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की तरफ से हेमंत एवं उनके भाई को नोटिस जारी हुआ है और जवाब देने के लिए कहा गया है. हेमंत पर एक खनन लीज पर पद का लाभ का आरोप है. 


खनन विभाग की सचिव हैं पूजा सिंघल


वहीं खूंटी व चतरा में मनरेगा में घोटाला करने का आरोप भी पूजा सिंघल पर हैं. ईडी इसमें भी जांच कर रही है. पूजा सिंघल खनन व उद्योग विभाग की सचिव हैं. झारखंड की ताकतवर आईएएस अधिकारी हैं. सूत्रों के अनुसार ईडी ने इस मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं की है. शुक्रवार को 18 जगहों पर छापेमारी चली थी. जो खबरें आ रही हैं उसके अनुसार सीए रोशन के रांची आवास पर अभी भी ईडी की टीम मौजूद है. पूजा सिंघल के सरकारी आवास एवं उनके सीए के यहां से छापेमारी के दौरान ईडी को कुछ अहम दस्तावेज भी मिले हैं 


सिंघल 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं और पहले खूंटी जिले में उपायुक्त के रूप में तैनात थीं. एजेंसी के अधिकारियों की ओर से रांची में एक अस्पताल सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी छापेमारी की जा रही है. केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल के कर्मी उन्हें सुरक्षा दे रहे हैं. झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि छापेमारी से पता चलता है कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने 'भ्रष्टाचार के मामले में पिछली मधु कोड़ा सरकार को पीछे छोड़ दिया है.'


ईडी ने कोड़ा को 2009 में धनशोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था. दुबे ने कहा था, 'इससे राज्य में भ्रष्टाचार के स्तर का पता चलता है...राज्य में बिना धन और रिश्वत के कुछ नहीं होता.' ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए, झारखंड के मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब 'ईडी और अन्य केंद्रीय एजेंसियां ​​​​मुखिया और सरपंच के पास भी पहुंचेंगी.' 


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