Hyderabad: झारखंड में हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राज्य में सियासी उथल-पुथल शुरू हो गई. इसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) गठबंधन के विधायकों को तुरंत हैदराबाद भेज दिया गया. ऐसा इसलिए किया गया ताकि किसी भी खरीद-फरोख्त से उन्हें बचाया जा सके. रविवार (5 फरवरी) को विधायक हैदराबाद से चले गए. ठीक ऐसे ही बिहार कांग्रेस के विधायक भी शहर पहुंचे हैं. बिहार में नई सरकार का फ्लोर टेस्ट 12 फरवरी को होगा.
दरअसल, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में जाने और एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद महागठबंधन टूट गया. महागठबंधन में कांग्रेस, आरजेडी, जेडीयू समेत कई दल शामिल थे. नई सरकार में कांग्रेस नीतीश की सहयोगी भी नहीं है. इसके बाद भी कांग्रेस अपने दल को एकजुट रखना चाहती है और इसलिए उसने विधायकों को हैदराबाद ट्रांसफर कर दिया है. कहा जा रहा है कि बिहार कांग्रेस विधायक 11 फरवरी तक हैदराबाद में रहने वाले हैं.
- कहा जा रहा है कि विधायक यहां पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से मिलने के लिए आए हैं. हालांकि, कहीं न कहीं विधायकों को खरीद-फरोख्त से बचाने के लिए यहां भेजा गया है. ऐसे में आइए जानते हैं कि हैदराबाद फ्लोर टेस्ट से पहले विधायकों का हब क्यों बन गया है.
- हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन के राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ घंटों बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन के विधायकों को हैदराबाद में रोक लिया गया.
- तेलंगाना के मंत्री और तेलंगाना कांग्रेस प्रभारी विधायकों को एयरपोर्ट से लियोनिया रिसॉर्ट तक ले जाने के लिए ड्यूटी पर थे, जहां वे वीकेंड पर रुके रहे.
- झारखंड के विधायकों को हर चीज से अलग कर दिया गया. जिस विंग में वे रह रहे थे, उसके एंट्री और एग्जिट गेट पर चौबीस घंटे पुलिस तैनात थी. विधायकों के प्रवास के दौरान उनके खाने की व्यवस्था अलग-अलग थी, ताकि रिसॉर्ट के अन्य मेहमानों भी उन तक नहीं पहुंच पाएं.
- फ्लोर टेस्ट से एक दिन पहले जैसे ही झारखंड के विधायकों का एक समूह हैदराबाद से रवाना हुआ, वैसे ही तुरंत बिहार के विधायकों का एक समूह हैदराबाद पहुंच गया.
- बिहार कांग्रेस विधायकों को रंगारेड्डी के कागजघाट स्थित सिरी नेचर वैली रिजॉर्ट ले जाया गया, ताकि उनसे बाहरी लोगों का संपर्क नहीं हो पाए.
- तेलंगाना में विधानसभा चुनाव में भारी जीत ने जहां राजधानी हैदराबाद को कांग्रेस का गढ़ बना दिया है. वहीं इसने रिसॉर्ट पॉलिटिक्स ने राजनीतिक बहस छेड़ दी है.
- तेलंगाना बीजेपी की नेता रचना रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस विधायकों की सुरक्षा के लिए सरकार तेलंगाना के संसाधन और पैसा खर्च कर रही है.
- हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट किया कि रिसॉर्ट में ठहरने की फंडिंग पार्टी के जरिए की जा रही है. लियोनिया रिसॉर्ट में जेएमएम गठबंधन के विधायकों के ठहरने का खर्च कांग्रेस ने उठाया.
- बिहार बीजेपी नेताओं का कहना है कि बिहार में एनडीए को फ्लोर टेस्ट में जीत हासिल करने के लिए संख्या बल की जरूरत नहीं है. लेकिन अगर कुछ कांग्रेस विधायक पाला बदल लेते हैं, तो इससे विपक्ष का मनोबल जरूर गिरेगा.
- बिहार कांग्रेस के तीन विधायक -मनोहर प्रसाद, मनिहारी विधानसभा क्षेत्र, सिद्धार्थ सौरव, बिक्रम (पटना) विधानसभा और आबिदुर रहमान, अररिया जिला विधानसभा -हैदराबाद नहीं गए हैं. सिद्धार्थ सौरव ने कहा कि उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र में कुछ काम है.
यह भी पढ़ें: Champai Soren Government Floor Test: विधानसभा में बहुमत साबित कर पाएगी चंपई सोरेन सरकार? फ्लोर टेस्ट आज