Jharkhand Mining Case: पोत से चल रहा था अवैध खनन का कारोबार, ईडी ने झारखंड से किया जब्त
ईडी के आला अधिकारी ने बताया कि झारखंड में चल रही जांच के दौरान अधिकारियों को पता चला कि अवैध खनन किए गए पत्थर के चिप्स एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए एक पोत का इस्तेमाल किया जा रहा है.
Jharkhand Illegal Mining Case: झारखंड (Jharkhand) में अवैध खनन (Illegal Mining Case) और जबरन वसूली (Extortion) के मामले में चल रही जांच के दौरान ईडी (ED) ने एक अंतर्देशीय पोत एमवी इंफ्रा लिंक iii को जब्त किया है. आरोप है कि यह पोत अवैध कार्य मे सहयोग कर रहा था. इस पोत की अनुमानित कीमत ₹30 करोड़ बताई गई है. इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय ने कुछ अवैध खदानों की भी पहचान की है.
ईडी के एक आला अधिकारी ने बताया कि झारखंड में चल रही जांच के दौरान ईडी अधिकारियों को पता चला कि इस अवैध काम में खनन किए गए पत्थर के चिप्स पत्थर के सिला खंडों के एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए एक अंतर्देशीय पोत का इस्तेमाल किया जा रहा है.
बिना परमिट के कर रहा था काम
जांच के दौरान पता चला कि अंतर्देशीय पोत का पंजीकरण नंबर डब्ल्यूबी 1809 है. यह भी पता चला कि इस पोत को साहिबगंज के शकरगढ़ घाट से बिना परमिट के अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था. इस साजिश में झारखंड के सीएम के करीबी पंकज मिश्रा और उसके सहयोगी राजेश यादव उर्फ दाहू यादव शामिल थे. इस पोत की अनुमानित कीमत लगभग 30 करोड़ रुपए बताई गई है. इस संबंध में एक मुकदमा दर्ज कराया गया है.
कई दिनों से ईडी कर रही थी काम
ईडी के एक आला अधिकारी के मुताबिक 25 जुलाई 2022 से ईडी की एक टीम झारखंड के साहिबगंज जिले का दौरा कर रही है. साथ ही झारखंड जिला वन कार्यालय, जिला खनन कार्यालय झारखंड, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के साथ मिलकर एक संयुक्त सर्वेक्षण कर रही है ताकि ऐसे लोगों की पहचान की जा सके उन्होंने इस अवैध घोटाले से फायदा उठाया है. ईडी का दावा है कि उसने इस दौरान एक अवैध खदान की पहचान की है जहां भारी मात्रा में खनन किया गया है.
झारखंड के सीएम के करीबी को भी किया गया गिरफ्तार
इसके पहले प्रवर्तन निदेशालय (Extortion) ने झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री के करीबी कहे जाने वाले पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) को 19 जुलाई 2022 को गिरफ्तार किया था. जिसे रांची (Ranchi) में विशेष अदालत ने 1 अगस्त 2022 तक ईडी की हिरासत में पूछताछ के लिए भेज दिया था.
ईडी (ED) ने पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) दाहू यादव और उनके सहयोगियों के 50 बैंक खातों से करोड़ों रुपए की नकदी भी जब्त की थी. साथ ही इस मामले में ईडी ने साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जाचौकी और बरहरवा में 21 स्थानों पर तलाशी ली थी.