सरायकेलाः झारखंड के सरायकेला खरसावां में मॉब लिंचिंग का शिकार हुए 24 वर्षीय तबरेज अंसारी की मौत के मामले में पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि कथित चोरी को लेकर इस युवक के साथ भीड़ ने मारपीट की थी. इस घटना से जुड़े एक वीडियो सामने आया है जिसमें कुछ लोग पीड़ित को ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ बोलने के लिए विवश करते हुए दिखई दे रहे हैं.


घटना को लेकर अभी तक पुलिस अपनी रिपोर्ट में तबरेज अंसारी को चोर बता रही है. पुलिस की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र नहीं है कि उसके ऊपर भीड़ ने हमला किया.


घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन


पुलिस ने बताया कि तबरेज अंसारी की मौत के मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है जिसे जमशेदपुर के टाटा मेन हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था.


पुलिस ने बताया कि घटना के संबंध में दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. वे खरसावां और सिनी पुलिस थानों के प्रभारी अधिकारी थे.


सरायकेला खरसावां के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कार्तिक एस ने कहा कि 17 जून को अंसारी और दो अन्य लोग चोरी की मंशा से रात को सरायकेला गांव के एक घर में घुसे.


हालांकि, घर में रहने वाले लोग जाग गए और चिल्लाने लगे जिसके बाद गांव वालों ने अंसारी को पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट की जबकि उसके साथी फरार हो गए.


राजनीतिक पार्टियों ने जताया विरोध


एसपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो पुलिस को अंसारी के परिवार ने उपलब्ध कराया है और इसकी जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी पहलुओं को देख रहे हैं. अंसारी के परिवार के सदस्यों ने अपनी शिकायत में कुछ अज्ञात शरारती तत्वों का जिक्र किया है. उसके आधार पर, हम पहले ही पापु मंडल समेत 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुके हैं.’’


इस घटना पर देश भर की कई राजनीतिक पार्टियां आक्रोश जाहिर कर रही हैं. कांग्रेस, पीडीपी और एआईएमआईएम ने इस घटना की कड़ी निंदा की है.


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