Champai Soren CM: चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ शुक्रवार (2 फरवरी) को ली. इसके कुछ देर बाद जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के विधायक टूट के डर से हैदराबाद पहुंच गए हैं. विधायकों ने इस दौरान कहा कि जनता जवाब देगी. 


जेएमएम की गठबंधन साथी कांग्रेस के नेता बन्ना गुप्ता ने कहा कि विधानसभा के फ्लोर पर ताकत दिखेगी. ना ही डरे और ना ही डरेंगे. लड़ाई जारी है और आगे भी जारी रहेगी. हम इनसे मुकाबला करेंगे. गठबंधन के 38 विधायकों ने हैदराबाद के लिए उड़ान भरी.अन्य लोग वहीं रुके हैं.’’


वहीं विधायक हफीजुल हसन ने कहा कि हम हैदराबाद बिरायनी खाने जा रहे हैं. दरअसल, चंपई इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार में परिवहन मंत्री थे. मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में हेमंत से लंबी पूछताछ और गिरफ्तारी से पहले मुख्यमंत्री पद से उनके इस्तीफे के बाद चंपई को सत्तारूढ़ गठबंधन का नया नेता चुना गया था. 






हैदराबाद क्यों जा रहे हैं? 
सत्तारूढ़ गठबंधन के एक वरिष्ठ नेता न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि विधायकों को कांग्रेस शासित तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में स्थानांतरित करने का निर्णय यह देखते हुए लिया गया कि बीजेपी उन्हें लुभाने की कोशिश कर सकती है. 


वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘सरकार का बहुमत साबित करने के लिए हमें 10 दिन का समय दिया गया है. हम इस दौरान कोई जोखिम नहीं उठा सकते क्योंकि बीजेपी हमारे विधायकों से संपर्क करने की कोशिश कर सकती है. ’’


जेएमएम वाले गठबंधन ने  हाल ही में वीडियो भी जारी किया, जिसमें 81-सदस्यीय राज्य विधानसभा के 43 विधायक गठबंधन की मजबूती दिखाने के लिए मौजूद नजर आये. 


इनपुट भाषा से भी.


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