उपचुनाव में खड़े BJP प्रत्याशी को गिरफ्तार करने रायपुर पहुंची झारखंड पुलिस की टीम, POCSO से जुड़ा है मामला
बीजेपी उम्मीदवार नेताम सहित जिन पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है, वे सभी छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं.
BJP Candidate POCSO Case: झारखंड पुलिस की एक टीम छत्तीसगढ़ में आगामी भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार ब्रह्मानंद नेताम को गिरफ्तार करने के लिए 28 नवंबर से रायपुर में डेरा डाले हुए है. ब्रह्मानंद नेताम झारखंड में दर्ज POCSO मामले में आरोपी हैं. यह मामला एक लड़की से सामूहिक बलात्कार से संबंधित है. लड़की से 9 साल की उम्र में पहली बार बलात्कार किया गया था, जिसके बाद कम से कम चार राज्यों- झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कई स्थानों पर उसकी कथित रूप से तस्करी की गई और यौन उत्पीड़न किया गया.
पूर्व सिंहभूम के एसएसपी प्रभात कुमार ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "मामले के 10 आरोपियों में से अब तक पांच को गिरफ्तार किया है. उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. ट्रायल 20 मई को शुरू हुआ था. ब्रह्मानंद नेताम सहित शेष पांच को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा."
'अपराध में उनकी भूमिका की जांच चल रही है'
बता दें कि बीजेपी उम्मीदवार नेताम सहित जिन पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी बाकी है, वे सभी छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं. हालांकि 2019 में दर्ज की गई प्राथमिकी में उनका नाम नहीं था, लेकिन बाद में झारखंड पुलिस की जांच के आधार पर उनका नाम प्राथमिकी में जोड़ा गया था. पुलिस ने कहा कि नेताम इस मामले में आरोपी हैं और अपराध में उनकी भूमिका की अभी भी जांच की जा रही है.
तत्कालीन एसपी ने लिखा था सनसनीखेज पत्र
2019 में तत्कालीन पूर्वी सिंहभूम एसपी सुभाष चंद्र जाट ने जांच अधिकारी को एक पर्यवेक्षी नोट लिखा, जिसमें सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए कहा गया था. उन्होंने लिखा, "जांच अधिकारी को उनके नाम और पते की पुष्टि करने के बाद शेष आरोपियों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है... और अगर वे फरार हैं, तो उनकी संपत्तियों को जब्त कर लें."
तत्कालीन एसपी के 2019 के नोट में कहा गया है कि नाबालिग की बहन को उसकी बात पर विश्वास नहीं हुआ और इसके बजाय वह उसे नियमित रूप से पीटती रही. उसने एक पड़ोसी को अपनी आपबीती सुनाई, जिसने उसे पूर्वी सिंहभूम जिले की एक दुकान पर काम पर लगा दिया.
'दुकान के मालिक ने किया बलात्कार'
नोट में एसपी ने लिखा: "दुकान के मालिक ने भी उसके साथ बलात्कार किया. इसके बाद पड़ोसी दुकान मालिक की मदद से उसे रायपुर ले गया. वहां उन्होंने उसे एक फ्लैट में रखा, जहां एक आरोपी ने उसे नौकरी देने का वादा किया. इसके बजाय, उसके साथ आठ लोगों ने बलात्कार किया."
'नाबालिग के साथ रोज हुआ बलात्कार'
अदालत के रिकॉर्ड कहते हैं कि उसे बाद में झारखंड वापस लाया गया, जहां एक अन्य महिला ने उसे नौकरी देने का आश्वासन दिया, लेकिन एक पुलिसकर्मी ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया. एसपी ने नोट में कहा, "महिला ने नाबालिग को 10 दिनों तक अपने घर पर रखा, जहां दो से चार व्यक्ति रोज उसके साथ बलात्कार करते थे … बाद में, उसे राउरकेला (ओडिशा) ले जाया गया, वहां भी उसके साथ बलात्कार किया गया. आरोपी ने उसे पूर्वी सिंहभूम के एक होटल में रखा और उसे खड़गपुर (पश्चिम बंगाल) ले जाने की योजना बना रहे थे, जब होटल मालिक ने पुलिस को सतर्क किया."
पुलिस के मुताबिक, लड़की आरोपियों के मोबाइल नंबर एक डायरी में रखती थी. नोट में कहा गया है, "उसने हर व्यक्ति (जिसने उसके साथ बलात्कार किया) के लिए एक रेखा खींची." वहीं, अब बीती 28 नवंबर को छत्तीसगढ़ में डेरा डाले झारखंड पुलिस ने नेताम को नोटिस जारी कर उनके सामने पेश होने को कहा.
नोटिस में क्या लिखा है?
पुलिस के सूत्रों का कहना है कि जब नेताम हाजिर नहीं हुए या नोटिस का जवाब नहीं दिया तो उन्होंने कहा कि वह 5 दिसंबर को चुनाव खत्म होने के बाद सहयोग करेंगे. नोटिस में लिखा है, "यह सूचित किया जाता है कि आपके खिलाफ गैंगरेप, बलात्कार, POCSO अधिनियम और अनैतिक यातायात रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है... इसलिए कृपया जांच में सहयोग करें और 29 नवंबर को सुबह 10 बजे कैंप कांकेर थाने में उपस्थित हों."
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