Jharkhand Political Crisis: झारखंड में सियासी उठापटक के बीच मंगलवार को महागठबंधन के कई विधायकों को रांची (Ranchi) से रायुपर (Raipur) भेजा गया है. चर्चा है कि चुनाव आयोग ने सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को अयोग्य ठहराने की सिफारिश राजभवन भेजी है. जिसके बाद राज्य में ये राजनीतिक उथलपुथल शुरू हुई है. जानिए इस घटनाक्रम से जुड़ी बड़ी बातें. 


1. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अवैध खनन पट्टा आवंटित करने के मामले को लेकर मुसीबत में हैं. हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता खतरे में हैं. चर्चा है कि चुनाव आयोग की ओर से झारखंड के राज्यपाल को इस संबंध में अपनी राय भेजी गई है जिसमें हेमंत सोरेन को अयोग्य ठहराने की सिफारिश की गई है. 


2. झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने अब तक चुनाव आयोग का फैसला नहीं बताया है. वहीं इस घटना के बाद राज्य में सियासी हलचल बढ़ गई. बीते शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बाकी विधायकों को लेकर रांची में अपने आवास पर पहुंचे. सीएम के साथ सभी विधायक खूंटी जिले में पिकनिक मनाने भी गए थे. 


3. इसी बीच आज सीएम आवास से 41 विधायकों को रायुपर शिफ्ट किया गया है. बताया जा रहा है कि ये विधायक रायपुर के मेफेयर रिसॉर्ट में रुकेंगे. जिसके लिए रिसॉर्ट में सभी 47 कमरों को बुक किया है. 


4. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद सभी विधायकों को अपने आवास से दो बसों में लेकर रांची एयरपोर्ट पहुंचे थे. जहां से सभी विधायक रायपुर पहुंचे. इस दौरान सीएम ने स्थिति अपने नियंत्रण में होने की बात कही. उन्होंने कहा कि, "कोई अप्रत्याशित घटना नहीं घटने वाली, हम हर चीज के लिए तैयार हैं, स्थिति हमारे नियंत्रण में है. हम हर मुश्किल का सामना करेंगे."


5. रायपुर जाने वाले विधायकों की लिस्ट भी सामने आई है. ये विधायक हैं- जिग्गा सुशरण होरो, संजीव सरदार, मंगल कालिंदी, सुदिव्य कुमार, सरफराज अहमद, आलमगीर आलम, बादल पत्रलेख, दीपिका पांडेय सिंह, उमाशंकर अकेला, कुमार जयमंगल, पूर्णिमा नीरज सिंह, बन्ना गुप्ता, सोना राम सिंकू, शिल्पी नेहा तिर्की, भूषण बाड़ा, डॉ. रामेश्वर उरांव, गजनफर इमाम.


6. इनके अलावा संजय कुमार, मुकेश मंगल, प्रदीप महतो, मो. अब्बास, अब्दुल सलाम अंसारी, स्टीफन मरांडी, नलिन सोरेन, मथुरा महतो, अंबा प्रसाद, चमरा लिंडा, निरल पूर्ति, सीता सोरेन, अविनाश पांडेय, राजेश ठाकुर, सुखराम उरांव, दिनेश विलियम मरांडी, दशरथ गगरई, विकास मुंडा, बैद्यनाथ राम, भूषण तिर्की, रामदास सोरेन, समीर मोहंती, राहुल प्रताप सिंह, संतोष पांडेय भी रायपुर पहुंचे हैं.


7. बता दें कि, झारखंड में महागठबंधन की सरकार है जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) शामिल हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने दावा किया है कि उनके पास 50 से ज्यादा नंबर हैं और चिंता की बात नहीं है. 


8. इस सियासी हलचल के बीच एक सितंबर को रांची में कैबिनेट की बैठक भी बुलाई गई है. ये बैठक गुरुवार 1 सितंबर को शाम 4 बजे से झारखंड मंत्रालय (प्रोजेक्ट भवन) स्थित मंत्रिपरिषद कक्ष में होगी.


9. सीएम से जुड़े इस मामले में 11 फरवरी को पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास सहित बीजेपी नेताओं द्वारा राज्यपाल के समक्ष दायर की गई थी. जिसमें सीएम सोरेन को विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने की मांग की गई थी. उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम ने कथित तौर पर पिछले साल खुद को खनन पट्टा आवंटित किया था, जबकि खनन विभाग का नेतृत्व भी वही कर रहे थे. 


10. राज्यपाल ने मामले को चुनाव आयोग के पास भेज दिया था. आयोग ने सीएम सोरेन को नोटिस भेजकर जवाब देने को कहा था. अपने नोटिस में चुनाव आयोग ने कहा कि हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की कार्रवाई जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 9ए का प्रथम दृष्टया उल्लंघन है. इसके बाद चुनाव आयोग ने राज्यपाल के पास अपनी सिफारिश भेज दी. 


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