Jharkhand Political Crisis Latest News: झारखंड में विधानसभा चुनाव में बेशक अभी लंबा समय बचा है, लेकिन यहां सियासी सरगर्मी अभी से तेज हो गई है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम चंपाई सोरेन आज बीजेपी का दाम थामेंगे. भाजपा ने चंपाई सोरेन को अपने खेमे में करके हेमंत सोरेन को बड़ा झटका दिया है.


हालांकि हेमंत सोरेन ने भी इस झटके का जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली है. हेमंत ने चंपाई के जाने से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए एक ऐसे चेहरे को आगे करने का फैसला किया है जो चंपाई सोरेन के बाद कोल्हान में दूसरा सबसे ताकतवर नेता है. हम बात कर रहे हैं, रामदास सोरेन की. रामदास सोरेन का इस इलाके में अच्छा दबदबा है. यही वजह है कि हेमंत सोरेन ने उन्हें चंपाई की जगह मंत्री बनाने का फैसला किया है.


रामदास सोरेन आज ही ले सकते हैं कैबिनेट मंत्री की शपथ 


खास बात ये है कि जिस वक्त चंपाई सोरेन बीजेपी का दामन थामेंगे, उसी वक्त रामदास सोरेन कैबिनेट मंत्री का चार्ज संभालेंगे. रामदास सोरेन ने गुरुवार को खुद इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने उन्हें रांची बुलाया है. बता दें कि पहले चंपाई सोरेन के साथ-साथ रामदास सोरेन के भी बीजेपी में जाने की चर्चा थी, हालांकि बाद में उन्होंने इसे अफवाह बताया और इसे पूरी तरह खारिज कर दिया.


कौन हैं रामदास सोरेन जिस पर हेमंत ने जताया है भरोसा?


रामदास सोरेन घाटशिला विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक हैं. वह 2009 में और 2019 में विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. वह पूर्वी सिंहभूम के जिला अध्यक्ष भी हैं. रामदास सोरेन झारखंड आंदोलन में भी सक्रिय रहे थे. उन्होंने शिबू सोरेन और चंपाई सोरेन के साथ आंदोलन किया था. 2019 में विधानसभा चुनाव के बाद हेमंत सोरेन ने उन्हें जिला परिषद में अहम पद दिया था. कोल्हान में झारखंड मुक्ति मोर्चा में चंपाई सोरेन के बाद रामदास सोरेन दूसरे सबसे बड़े नेता हैं. पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले में इनका काफी दबदबा है.


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