Jharkhand Results: बीजेपी को भारी पड़ा आजसू से गठबंधन तोड़ना, साथ लड़ते तो हो सकती थी अलग तस्वीर
बीजेपी झारखंड में चुनाव क्यों हारी इसको लेकर अब पार्टी मंथन करेगी लेकिन इस हार की एक बड़ी वजह आजसू के साथ संबंध तोड़ना माना जा रहा है.
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नई दिल्ली: झारखंड विधानसभा चुनाव में JMM+ गठबंधन ने जीत दर्ज की. गठबंधन ने कुल 45 सीटें हासिल की है. JMM 30 सीटों के साथ राज्य की सबसे बड़ी पार्टी रही. वहीं बीजेपी को 25 सीटों पर जीत मिली. JMM की सहयोगी कांग्रेस को 16 सीटें मिली. गठबंधन का हिस्सा रही आरजेडी एक सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही. इसके अलावा आजसू को दो, जेवीएस को 3 सीटों पर जीत मिली. झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं.
झारखंड उन राज्यों में आ गया है जहां बीजेपी ने हाल के दिनों में सत्ता गवाई है. इसके कई कारण हो सकते हैं लेकिन फिलहाल जिस कारण पर सबसे ध्यान जा रहा है वह है आजसू से बीजेपी का गठबंधन टूटना. माना जा रहा है कि बीजेपी और आजसू ने अगर साथ मिलकर चुनाव लड़ा होता तो नतीजों की तस्वीर कुछ और हो सकती है. बीजेपी को आजसू के साथ नहीं होने की वजह से करीब 12 सीटों पर नुकसान का सामना करना पड़ा है. 2014 में बीजेपी ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि आजसू ने 5 विधायकों के साथ बीजेपी की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी.
वोट प्रतिशत क्या कहता है
इस बार के वोट प्रतिशत की बात करें तो झारखंड मुक्ति मोर्चा 20.43 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उसके सहयोगी दलों की बात करें तो कांग्रेस को 10.46, आरजेडी को 3.13 प्रतिशत वोट मिले हैं. अगर इन सभी को जोड़ दिया जाए तो कुल प्रतिशत 34.02 होता है.
वहीं अगर बीजेपी की बात करें तो उसे 31.26 प्रतिशत वोट मिले हैं जो किसी भी पार्टी के द्वारा प्राप्त सबसे अधिक वोट प्रतिशत है. वहीं आजसू को 3.68 प्रतिशत वोट मिले हैं. अगर बीजेपी और आजसू के वोट प्रतिशत को मिला दें तो 34.94 प्रतिशत वोट हो रहा है. ऐसे में यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि अगर बीजेपी आजसू के साथ मिलकर चुनाव लड़ती तो तस्वीर कुछ और हो सकती थी.
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