रांची: जमशेदपुर पूर्व सीट से मुख्यमंत्री को हराने वाले निर्दलीय विधायक और पूर्व BJP नेता और मंत्री रहे सरयू राय ने कुछ दिनों पहले ही मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा था कि कई महत्वपूर्ण विभागों जैसे पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग और ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभागों की फाइलें पुलिस की स्पेशल ब्रांच और CID के लोग नष्ट कर रहे हैं.
अब सरयू राय निर्दलीय विधायक होने के बावजूद खुद विपक्ष की भूमिका में नजर आ रहे हैं तभी तो पलामू टाइगर रिज़र्व में बाघिन की मौत की जांच की बात हो या भ्रष्टाचार की जांच की बात हो, लगभग मामलों में सरयू राय सरकार से शिकायत भी कर रहे हैं और सलाह भी दे रहे हैं.
आपको बता दें कि सरयू राय ने झारखंड विधानसभा चुनाव में BJP का टिकट न मिलने के बाद से ही बगावती तेवर अपनाएं थे और पिछली सरकार में भष्टाचार की बात कर रहे थे. खास तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर निशाना साधते हुए कई बार आरोप लगा चुके हैं की बड़े पैमाने पर भष्टाचार हुआ है.
इसको लेकर चुनाव जीतने के बाद सबसे पहले सरयू राय ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव DK तिवारी को पत्र लिखकर फाइलों के गायब किये जाने की बात कही थी.
सरयू राय ने इसपर कहा कि उनको मिली नई जानकारी के अनुसार निगरानी आयुक्त पर दबाव बनाकर लौह अयस्क से जुड़ी संचिकाएं CMO से मंगाई गई थी जिस पर तत्काल ध्यानाकर्षित करना जरूरी था. हालांकि जांच के बाद अधिकारियों ने ऐसी किसी भी घटना से इंकार कर दिया और कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं पाया गया है.
झारखंड में नई सरकार के बजट सत्र का एक दिन बीत भी गया लेकिन अभी तक इस मामले को लेकर न तो सरयू राय की तरफ से दुबारा कोई बात कही गई और न ही सरकार ने कोई और कदम उठाया है. अब देखने वाली बात ये है कि आने वाले दिनों में पिछली सरकार के कामकाज की जांच और उसकी आंच किसपर आती है.