झारखंड में स्वामी अग्निवेश की बीजेपी कार्यकर्ताओं ने की पिटाई, हिरासत में लिये गये 20 हमलावर
रांची: झारखंड के पाकुड़ जिले में मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पर भारतीय जनता युवा मोर्चा समर्थकों ने हमला कर उनके साथ मारपीट की. इस घटना पर पुलिस ने कहा कि स्वामी (78) लिटपाड़ा में 195वें दमिन महोत्सव में शामिल होने जा रहे थे. यह हमला उस समय हुआ जब वो होटल से बाहर निकल रहे थे. बता दें कि आज ही सुप्रीम कोर्ट ने भीड़ की हिंसा पर कड़े निर्देश जारी किये हैं. कोर्ट ने कहा कि किसी भी तरह के भीड़ तंत्र की हमारे यहां कोई जगह नहीं है.
मामले पर संज्ञान लेते हुए सीएम रघुवर दास ने जांच के आदेश दिए हैं. बता दें कि हमलावरों ने पहले नारेबाजी करते हुए उन्हें काले झंडे दिखाए और इसके बाद उनके साथ मारपीट की जिससे वे जमीन पर गिर गए. उनके साथ आए योगियों ने उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की. इस बीच पुलिस ने 20 हमलावरों को हिरासत में लिया है.
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने आज भीड़ की हिंसा पर कड़े निर्देश जारी किये हैं. कोर्ट ने कहा है कि केंद्र और राज्य 1 महीने में इन्हें लागू करें. साथ ही कोर्ट ने संसद से भी आग्रह किया है कि वह इस मसले पर कानून बनाए. कोर्ट का फैसला गौरक्षा के नाम पर होने वाली हिंसा पर रोकथाम के लिए दायर याचिकाओं पर आया है. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने ये साफ किया था कि वो हर तरह की भीड़ की हिंसा पर लगाम लगाने के लिए आदेश देगा.
तीन जजों की बेंच का ये फैसला चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने पढ़ा. उन्होंने कहा, "भारत में बहुलतावादी संस्कृति है. इसकी रक्षा करना सरकार की ज़िम्मेदारी है. राज्यों का फर्ज है कि वो शांति व्यवस्था बनाए रखें. किसी भी तरह के भीड़ तंत्र की हमारे यहां कोई जगह नहीं है." हिंसक भीड़ को बिखेरना मौजूद पुलिस अधिकारी की ज़िम्मेदारी, भीड़तंत्र की इजाजत नहीं: SC