Jharkhand Violence: पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई विवादित टिप्पणी के खिलाफ झारखंड की राजधानी रांची में शुक्रवार को हुए प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई थी. अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, मारे गए लोगों की पहचान मोहम्मद मुदस्सिर आलम उर्फ कैफी और मोहम्मद साहिल के तौर पर की गई है. वहीं, मोहम्मद मुदस्सिर की मां ने कहा कि, "वो मेरा इकलौता बेटा था. गोली मारने वाले शख्स को मेरे सामने लाया जाए."


दरअसल, मारे गए दोनों लोगों के परिजनों ने दावा किया कि वो प्रदर्शनों का हिस्सा नहीं थे. दोनों लोगों के परिवार ने गोलीबारी और मौत की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. मुदस्सिर के पिता मोहम्मद परवेज आलम ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि उनके ‘‘नाबालिग’’ बेटे को गोली कैसे लगी जबकि वह प्रदर्शन का हिस्सा नहीं था. वहीं, उसकी मां ने कहा कि वो मेरा इकलौता बेटा था. उन्होंने बेटे की मौत पर गुस्साा जाहिर करते हुए कहा कि, गोली मारने वाले शख्स को मेरे सामने लाया जाए. 


इसी साल दी थी 10वीं की परीक्षा


रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में डेली मार्केट के नजदीक रहने वाली मुदस्सिर की मां निखत परवीन ने कहा कि क्यों उन्होंने मेरे इकलौते बेटे को मारा? मैं उसके बिना कैसे जिंदा रहूंगी? उसने इसी साल मैट्रिक (थी औ10वीं कक्षा) की परीक्षा दी. इस सप्ताह उसके नतीजे आने वाले थे. मुदस्सिर के चाचा मोहम्मद शाहिद आयूबी ने दावा किया कि वह मुश्किल से 16 साल का था. उन्होंने सरकार से 25 लाख रुपये का मुआजवा और परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की.


मुदस्सिर को कैसे लगी गोली?


आयूबी बताया कि परिवार ने जिला प्रशासन और कुछ असामाजिक तत्वों के खिलाफ डेली मार्केट पुलिस थाने में रविवार को शिकायत दर्ज कराई. आयूबी ने दावा किया,‘‘पुलिस शुरुआत में हमारी शिकायत लेने को तैयार नहीं थी. हम जानना चाहते हैं कि मुदस्सिर को गोली कैसे लगी और इसके लिए कौन जिम्मेदार है.’’ साहिल के भाई शाकिब अंसारी ने भी दावा किया कि उनका भाई शुक्रवार के विरोध मार्च में शामिल नहीं था.


यह भी पढ़ें.


National Herald Case: राहुल गांधी का आज ED के सवालों से सामना, सुबह 10. 30 बजे पेशी, कांग्रेस के मार्च को नहीं मिली मंजूरी


UP Violence: अदालत को ताला लगा दो, क्योंकि CM तय करेगा कि मुलजिम कौन है? यूपी में Bulldozer Action पर भड़के ओवैसी