नई दिल्ली: गुजरात में युवाओं को साथ लाने की कोशिश में लगे राहुल गांधी को झटका लगा है. दलित नेता जिगनेश मेवाणी ने राहुल गांधी से मुलाकात की खबरों का खंडन किया है. कहा जा रहा था कि राहुल गांधी के घर पर जिग्नेश मेवाणी की मुलाकात होने वाली है.


फेसबुक पर लिखा- मिलेंगे तो खुलकर मिलेंगे
जिग्नेश मेवाणी ने खबर का खंडन करते हुए अपने फेसबुक पेज लिखा, ''मेरा मीडिया के साथियों से सादर अनुरोध है कि कृपया यह ग़लत खबर दुबारा मत चलाइए कि हम आज राहुल गांधी से मिलने वाले हैं.''


जिग्नेश ने आगे लिखा, ''हम राहुल गाँधी जी को या किसी भी नेता को मिलेंगे तो हमारे व्यक्तिगत लाभ के लिये नहीं मिलेंगे. मिलेंगे तो दलित समाज के जिन सवालों को लेकर गुजरात की भाजपा सरकार बात करने को तैयार नहीं उन सवालों पर कांग्रेस पार्टी का पक्ष क्या है उस की स्पष्टता के लिए ही मिलेंगे. हम चोरी छुपी किसी को क्यों मिलें? रही बात मिलने-जुलने की तो खबर यह बनना चाहिए कि 22 साल में गुजरात की जनता को क्या मिला?''


युवाओं को साथ लाने की कोशिश में है कांग्रेस
कांग्रेस गुजरात में इस बार पारंपरिक राजनीति को छोड़कर युवा चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी में है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लगातार इसके लिए कोशिश में लगे हैं. जिन तीन नेताओं पर कांग्रेस दांव खेलना चाहती है उनमें हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिगनेश मेवाणी का नाम शामिल है. ओबीसी के बड़े ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर कांग्रेस का हाथ थाम चुके हैं. हार्दिक पटेल के साथ भी कांग्रेस लगातार बातचीत में हैं, पेंच सिर्फ पाटीदारों को आरक्षण के मामले पर फंसा है.


कौन हैं जिगनेश मेवाणी?
जिगनेश मेवाणी गुजरात में दलितों की आवाज बनकर उभरे हैं. उना कांड के बाद गुजरात में दलित गुस्से में हैं. जानकारों की मानें तो जिग्नेश मेवाणी की दलितों में अच्छी पकड़ है. आंकड़ों की बात करें तो गुजरात में एससी-एसटी कुल करीब 21% हैं. जिग्नेश मेवाणी बीजेपी के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं.