AMU में जिन्ना की तस्वीर पर बवाल, CM योगी ने कहा- बंटवारा करने वालों का सम्मान नहीं
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर पर जारी विवाद के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत में जिन्ना को सम्मानित नहीं किया जा सकता है.
अलीगढ़: पाकिस्तान के क़ायदे-आज़म मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में क्यों? बीजेपी सांसद सतीश गौतम के इस सवाल पर सियासी बवाल जारी है. इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारत में जिन्ना को सम्मानित नहीं किया जा सकता है. इंडिया टुडे को दिये गये इंटरव्यू में योगी ने कहा, ''जिन्ना ने देश का बंटवारा किया. हम कैसे उन्हें सम्मानित कर सकते हैं. मैंने अलीगढ़ में हुई हिंसा को लेकर रिपोर्ट तलब की है. रिपोर्ट आने के बाद हम कार्रवाई करेंगे.''
वहीं यूनिवर्सिटी में भड़की हिंसा के बाद एएमयू छात्र संघ ने सांसद के खिलाफ एनएसए लगाने की मांग की है. छात्र संघ ने फोटो हटाने की सांसद की मांग को खारिज कर दिया. साथ ही यूनिवर्सिटी में पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है. कार्यक्रम में आज हामिद अंसारी को यूनियन की आजीवन सदस्यता दी जानी थी.
कल हुई थी पत्थरबाजी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना को लेकर हिन्दू युवा वाहिनी और एएमयू छात्र संघ आमने-सामने आ गये थे जहां पुलिस को बलप्रयोग करना पड़ा, आंसूगैस के गोले छोड़ने पड़े. इस झड़प में कम से कम छह छात्र घायल हो गए. एएमयू के प्राक्टर मोहसिन खान ने बताया कि एएमयू छात्र संघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी और छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष एम हुसैन जैदी घायलों में शामिल हैं.
पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बलप्रयोग किया था. प्राक्टर ने बताया कि छह छात्र घायल हुए हैं हालांकि मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधिकारियों ने कहा है कि उन्होंने 20 घायल छात्रों का उपचार किया है.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि राज्य सरकार स्थिति की लगातार निगरानी कर रही है. उन्होंने कहा कि रैपिड एक्शन फोर्स तैनात कर दी गयी है और राज्य सरकार किसी को शांति भंग करने की इजाजत नहीं देगी.
बीजेपी में जिन्ना पर फूट साथ ही पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना को लेकर राज्य सरकार के एक मंत्री की टिप्प्णी पर खासा विवाद उठ खड़ा हुआ है. जिन्ना पर योगी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान को लेकर उनकी अपनी पार्टी में ही आलोचना शुरू हो गयी है और उन्हें बीजेपी से निकाले जाने तक की मांग उठने लगी हैं. मौर्य ने कल कानपुर में कहा था कि मोहम्मद अली जिन्ना एक महान शख्सियत थे. उन्होंने कहा था कि जिन महापुरुषों ने राष्ट्रनिर्माण में योगदान दिया, यदि उन पर कोई उंगली उठाता है तो ये गलत बात है. देश के बंटवारे से पहले जिन्ना का योगदान भी इस देश में था.
मौर्य के इस बयान पर उत्तर प्रदेश से बीजेपी के राज्य सभा सदस्य हरनाथ सिंह यादव ने आज ट्विटर पर लिखा कि या तो मौर्य अपने बयान के लिये माफी मांगे या फिर उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाये.
सांसद यादव ने ट्वीट में कहा ‘'देश के तीन टुकडे करने वाले जघन्य अपराधी मोहम्मद अली जिन्ना को महापुरूष कहने वाले सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य या तो अपना बयान वापस लेकर माफी मांगे अन्यथा तत्काल पार्टी से बाहर निकाले जायें .'
कांग्रेस बोली-जिन्ना पर रुख स्पष्ट करे बीजेपी कांग्रेस ने बीजेपी से कहा कि वह जिन्ना पर अपना रुख स्पष्ट करे. कांग्रेस ने सवाल किया कि बीजेपी जिन्ना के बारे में आखिर क्या सोचती है, क्योंकि लालकृष्ण आडवाणी सहित उसके कुछ नेता उन्हें देशभक्त कह चुके हैं.
सतीश गौतम ने चिट्ठी में क्या लिखा अलीगढ़ से बीजेपी सांसद सतीष गौतम ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति को लिखी चिट्ठी में कहा है कि सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि यूनिवर्सिटी में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है. मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि यह तस्वीर एएमयू के किस विभाग में और किन कारणों से लगी हुई है. कृपया इस संबंध में संपूर्ण जानकारी प्राप्त कर मुझे अवगत कराने का कष्ट करें
एएमयू में क्यों है जिन्ना की तस्वीर? एएमयू के मुताबिक, जिन्ना की तस्वीर कई दशकों से छात्र संघ के हॉल में है. यूनिवर्सिटी ने 1920 में नेताओं को बतौर सम्मान सदस्यता देने की शुरुआत की थी. इसी के तहत महात्मा गांधी और जिन्ना को भी सम्मानित किया गया था. और उसके बाद से दोनों की तस्वीर हॉल में लगाई गई.
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