पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुलाकात की. मुलाकात तकरीबन एक घण्टे तक चली. हालांकि इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. खबर है कि विधानसभा सत्र के दौरान मांझी ने सीएम नीतीश से मिलने की इच्छा जाहिर की थी. मंगलवार का समय दिया गया.
जीतन राम मांझी के करीबियों के मुताबिक, मांझी ने अपनी सुरक्षा में हुई कटौती को लेकर शिकायत की. मांझी ने कहा कि 14 मार्च से एसएसजी यानी स्पेशल सिक्युरिटी गार्ड की तैनाती खत्म कर दी गई है. इसे बहाल करने के लिए आग्रह किया. मांझी ने कहा कि उनका जेड प्लस सुरक्षा भी हटा दिया गया. जबकि राबड़ी देवी और बाकी वीआईपी का एसएसजी बरकरार है. उनकी सुरक्षा में 28 जवान थे, उनको भी हटा दिया गया है. सीएम नीतीश ने तुरन्त अधिकारियों की सुरक्षा बहाल करने का निर्देश दिया. इसके पहले जब मांझी नीतीश से मिले थे तब उन्होंने पुरानी सरकारी गाड़ी को लेकर शिकायत की थी जिसके बाद नीतीश ने उन्हें बड़ी एसयूवी दे दी थी.
सियासी गलियारों में इस मुलाकात को लेकर कई चर्चाएं तब शुरू हो गई जब मांझी ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देने के बजाय हाथ जोड़कर निकल गए. जिस समय नीतीश कुमार से मुलाकात हो रही थी उस वक्त बिहार विधान सभा के स्पीकर विजय चौधरी भी मौजूद थे. ऐसे में और भी कयास लगने शुरू हो गए. हालांकि मांझी समय समय पर नीतीश की तारीफ करने से नहीं चूकते हैं. मांझी इस वक्त महागठबन्धन में को-ऑर्डिनेशन कमिटी बनाए जाने की मांग को लेकर चर्चा में बने हुए हैं.