बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने पांच सांसदों पर टिप्पणी करते हुए बड़ा आरोप लगाया है. जीतन राम मांझी का कहना है कि एक केंद्रीय मंत्री समेत पांच सांसद ऐसे हैं, जो अनुसूचित जाति का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर सांसद बने हुए हैं. मांझी ने कहा कि ऐसे लोगों के चलते अनुसूचित जाति के लोगों का हक मारा जा रहा है.
जीतन राम मांझी दिल्ली में आयोजित अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में भाषण दे रहे थे. इस बीच मांझी ने चौंकाने वाला दावा करते हुए ऐसे पांच सांसदों का नाम बताया. मांझी के मुताबिक, इनमें फरीदकोट (पंजाब) से कांग्रेस सांसद मोहम्मद सादिक, आरामबाग (बंगाल) से टीएमसी सांसद आफरीन अली, अमरावती (महाराष्ट्र) से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा, शोलापुर (महाराष्ट्र) से बीजेपी सांसद जय सिद्धेश्वर शिवाचार्य स्वामी और आगरा (उत्तर प्रदेश) से बीजेपी सांसद एस पी एस बघेल शामिल हैं. उन्होंने कहा कि लोकसभा की ये पांचों सीट अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित सीटें हैं.
एस पी एस बघेल फिलहाल केंद्र में कानून और न्याय राज्य मंत्री हैं. हालांकि, लोकसभा वेबसाइट पर आरामबाग से सांसद के तौर पर अपरूपा पोद्दार का नाम लिखा है. उनके पति का नाम शौकत अली लिखा हुआ है. मांझी ने सरकार से एक जांच आयोग गठित कर इन सभी सांसदों के जाति प्रमाण पत्र की जांच करने की मांग की है.