पटना: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी झारखंड में हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे. मांझी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की सभा में शामिल नहीं हो पाएंगे. 'हम' के प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने एक बयान में इसकी जानकारी दी है.


डॉ दानिश रिजवान ने बताया कि ''जीतन राम मांझी ओवैसी की सभा में शामिल नहीं हो पाएंगे. हेमंत सोरेन ने शपथ ग्रहण में शामिल होने का आग्रह किया है.'' इसके पहले मांझी ने कहा था कि उनकी पार्टी 'हम' और ओवैशी एक साथ मंच पर आएंगे. दोनों 29 दिसंबर को एनपीआर-एनआरसी के विरोध में किशनगंज में धरना देने वाले थे.


जीतन राम मांझी ने कहा था कि ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी के घोषणा पत्र को पूरा करने में लगे हैं. पीएम और गृह मंत्री दोनों एनपीआर पर अलग-अलग बोल रहे हैं लोगों को गुमराह किया जा रहा है.'' मांझी ने कहा था कि ''जनगणना में सारा कुछ रहता है तो फिर एनपीआर की क्या जरूरत है.''


मांझी ने इससे पहले आरजेडी की नागरिकता बिल के ख़िलाफ़ हुई रैली में समर्थन दिया था. उन्होंने कहा कि एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों के लिए एनआरसी खतरा है. इनकी योजना है कि हिंदुस्तान को हिन्दू राष्ट्र घोषित करें. ये सभी एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों को निकालने की साजिश है. यो लोग देश का बंटबारा करने में लगे हैं.


बता दें कि हेमंत सोरेन ने 23 दिसंबर को चुनाव परिणाम आने के बाद गठबंधन सहयोगियों के साथ 24 दिसंबर को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के पास जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था. राज्यपाल ने 25 दिसंबर को उन्हें राज्य का मुख्यमंत्री मनोनीत कर 29 दिसंबर को शपथग्रहण के लिए आमंत्रित किया है.


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