पटना: बिहार की राजनीति में बड़ा फेरबदल हो रहा है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने एनडीए छोड़ दिया है. बीजेपी एनडीए की सबसे बड़ी पार्टी है. बिहार की विपक्षी पार्टी राजद की नेता राबड़ी देवी के साथ हुई बैठक के बाद जीतन राम मांझी का ये फैसला किया. मांझी ने कहा कि वे गुरूवार को औपचारिक रूप से महागठबंधन में शामिल हो जाएंगे.
मंगलवार को आरजेडी नेता भोला यादव ने मांझी को महागठबंधन में शामिल होने की सलाह दी थी.
दरअसल, बिहार में दो विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर 11 मार्च को उपचुनाव हैं और सीट बंटवारे को लेकर जीतन राम मांझी ने पिछले कई दिनों से एनडीए से नाराज चल रहे थे. जहानाबाद सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए मांझी ने टिकट की मांग की थी लेकिन उनकी पार्टी को टिकट नहीं मिला. हालांकि एनडीए ने 2015 के विधानसा चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी को 20 सीट दिया लेकिन उन्हें सिर्फ एक सीट पर ही जीत मिल पाई थी. मांझी खुद दो सीटों पर चुनाव लड़े थे लेकिन एक ही सीट पर जीत पाए थे.
बता दें कि जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार की जेडीयू से अलग हो कर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा बनाया था. 2014 के लोकसभा चुनाव में जब जेडीयू को बड़ी हार मिली तो उन्होंने अपने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया जीतन राम मांझी को सीएम बनाया गया. हालांंकि, उनका कार्यकाल सिर्फ 10 महीनेे ही रहा.