नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को देशव्यापी मुफ्त टेलीमेडिसिन परामर्श सह औषधि सुविधा की शुरूआत की. यहां जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई. केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ने घोषणा की कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा छात्र-वैज्ञानिकों को जोड़ने वाला कार्यक्रम, "जिज्ञासा" को बढ़ाते हुए एक वर्ष के अंदर भारत के 700 से ज्यादा जिलों के स्कूलों को इसमें शामिल किया जाएगा. केंद्रीय विद्यालय संगठन के साथ संयुक्त रूप से पूरा किया जाने वाला यह कार्यक्रम वर्तमान समय में देश के 170 जिलों में चल रहा है.
"सेवा" और "विज्ञान" दोनों ही मोदी से प्रेरित हैं- सिंह
इस अवसर पर सिंह ने कहा कि आज जब पूरा देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन मना रहा है, तब "सेवा समर्पण अभियान" को मनाने का इससे बेहतरीन तरीका नहीं हो सकता है, क्योंकि "सेवा" और "विज्ञान" दोनों ही मोदी से प्रेरित हैं.
जितेंद्र सिंह ने कहा कि देशव्यापी मुफ्त टेलीमेडिसिन सुविधा प्रदान करने से पहुंच, उपलब्धता और सामर्थ्य की समस्याओं का समाधान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस सुविधा के माध्यम से सेवाओं की गुणवत्ता, डॉक्टर और सहायता, दूरी और परामर्श व उपचार की लागत जैसी तीनों बाधाओं का निपटारा कुशलतापूर्वक किया जा सकता है.
धन बचाने में सहायता मिलेगी
सिंह ने यह भी कहा कि ‘साथ’ और ‘ई-संजीवनी’ जैसी टेलीमेडिसिन सेवाएं प्राथमिक स्वास्थ्य क्षेत्र में एक ‘मेटा-लेयर’ की तरह हैं, जिससे भारत की संपूर्ण स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को अपग्रेड करने में सहायता प्राप्त होती हैं. उन्होंने कहा कि टेलीमेडिसिन से न केवल मरीजों को उनका समय और धन बचाने में सहायता मिलेगी, बल्कि डॉक्टर भी एक फोन पर अपने मरीजों की मदद कर सकते हैं और बड़ी बीमारियों वाले मरीजों का तुरंत इलाज करने में सक्रिय रूप से शामिल हो सकते हैं.
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