नई दिल्ली: मोदी सरकार में मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करने पर कहा कि अगर किसी को इस पर गर्व नहीं होता तो उसे भारतीय कहलाने का हक नहीं है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा, ''कांग्रेस को अगर इस बयान पर आपत्ति है तो वो डोनाल्ड ट्रंप से बात करे. अगर उन्हें पीएम को सम्मान देने वाले शब्दों पर गर्व नही है बल्कि आपत्ति है तो उन्हें भारतीय कहलाने का अधिकार नही है.''
उन्होंने कहा, ''आज तक कभी ऐसा नही हुआ की किसी भी देश के पीएम को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ने ऐसे प्रशंसा वाले शब्दों का प्रयोग किया हो, जो हमारे पूरे देश के लिए सम्मान की बात है. भारतीय मूल के लोग जो विदेश में रह रहे है वो अपने भारतीय होने पर गर्व कर रहे हैं. दुनिया के देश भारत के दृष्टिकोण का समर्थन कर रहे है.'' उन्होंने कहा कि अगर देश के बाहर से अमेरिकी राष्ट्रपति का साफ और निष्पक्ष नजरिया आता है, तो मुझे लगता है कि सभी भारतीय नागरिकों को, राजनीतिक संबद्धता से हटकर इसपर गर्व महसूस करना चाहिए.
कांग्रेस नेता ने ट्रंप के बयान का विरोध किया था
कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुल खड़के के बेटे प्रियांक खड़गे ने अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान का 'फादर ऑफ नेशन' वाले बयान का विरोध किया था. उन्होंने बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा कि तो क्या अब अमेरिकी तय करेंगे कि राष्ट्रपिता कौन है? उन्होंने लिखा, ''अगर देखें तो इन फासीवादी लोगों ने हमारे लोगों को बौद्धिक रूप से तर्क देकर लूटा है. सोशल मीडिया के प्रोपेगेंडा ने मिलकर आने वाली पीढ़ियों को भी बिगाड़ दिया है.'' बता दें कि प्रियांक कर्नाटक सरकार में मंत्री भी रहे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को लेकर क्या कहा?
बता दें कि पीएम मोदी सात दिनों के अमेरिकी दौरे पर हैं, कल पीएम मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से 48 घंटे के भीतर दूसरी मुलाकात हुई. इस मुलाकात में अमेरिकी राष्ट्रपति ने जमकर पीएम मोदी की तारीफों के पुल बांधे. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी ने भारत को एकजुट किया और हम उन्हें 'फादर ऑफ इंडिया' कहेंगे. उन्होंने यूएनजीए से इतर अपनी बैठक में कहा, "मेरी प्रधानमंत्री मोदी के साथ केमेस्ट्री काफी अच्छी है."
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, "वह महान व्यक्ति और महान नेता हैं. मुझे याद है, भारत पहले बहुत बदहाल था, वहां बहुत लड़ाइयां थीं और वह सबको साथ लेकर चले, एक पिता की तरह सबको साथ लेकर चले और उन्हें 'भारत का पिता' कहा जा सकता है." उन्होंने कहा, "हम उन्हें भारत का पिता कहेंगे, अगर यह बहुत बुरा नहीं है तो, लेकिन वह चीजों को साथ लेकर आए हैं. मुझे लगता है उन्होंने शानदार काम किया है."