जम्मू: एबीपी न्यूज की खबर के बाद जम्मू में पाकिस्तान से सटी भारत की अंततराष्ट्रीय सीमा पर रह रहे किसानों को लाभ हुआ है. हमनें आपको 22 अप्रैल को बताया था कि किस तरह यह किसान गेहूं की खड़ी फसल को हार्वेस्टर न मिलने के कारण काट नहीं पा रहे, लेकिन अब सरकार ने इन किसानों के लिए यहां हार्वेस्टर भेजने का फैसला किया है.


जम्मू में भारत पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे क्षेत्र कानाचक के किसान देविंद्र सिंह समेत सीमावर्ती के सैंकड़ों किसान अपनी गेहूं की खड़ी फसल की कटाई को लेकर परेशान थे. दरअसल, इस साल गेहू की अच्छी फसल तो हुई लेकिन उस फसल को काटने के लिए न तो इन किसानो को कंबाइन हार्वेस्टर मिल रहा है और न ही मजदूर.


पंजाब से मंगाए हार्वेस्टर


वहीं अब जम्मू कश्मीर सरकार ने किसानों की इस परेशानी को देखते हुए गेहू की कटाई के लिए पंजाब समेत दूसरे राज्यों से यहां कंबाइन हार्वेस्टर के प्रदेश में आने की इजाजत दे दी है. इन कंबाइन हार्वेस्टरों के आने से किसान खुश हैं और उनकी फसल की कटाई शुरू हो गई है. जम्मू के कानाचक क्षेत्र में यह कंबाइन हार्वेस्टर मंगलवार को ही पहुंचे हैं.


इस इलाके के सरपंच मुल्ख राज के मुताबिक सीमावर्ती किसानो के पास अगर समय पे यह कंबाइन हार्वेस्टर नहीं पहुंचते तो उनके फसल का नुकसान तो होना ही था लेकिन साथ ही अगली चावल की फसल लगने में भी देरी हो जाती. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते इन किसानों को फसल काटने के दिक्कत हो रही थी, क्योंकि यह फसल काटने के लिए न तो मजदूर मौजूद थे और न ही मशीनें.

छोड़ दी थी उम्मीद


उन्होंने कहा कि एबीपी न्यूज पर यह खबर दिखाए जाने के बाद यह असर हुआ है जिसके बाद अब किसान खुश हैं. इसी इलाके में खेती-बाड़ी करने वाले किसान रमेश कुमार के मुताबिक उन्होंने इस साल कंबाइन हार्वेस्टर आने की उम्मीद ही छोड़ दी थी लेकिन एबीपी न्यूज़ पर खबर दिखाए जाने के बाद यह बड़ा असर हुआ है और अब वो भी अपने खेतों में फसल की कटाई करवा पाएंगे.


वहीं जम्मू कश्मीर सरकार के मुताबिक जरूरी सामान लेकर प्रदेश में आ रहे ट्रक की तर्ज पर ही ड्राइवर और उसके साथियों का जरूरी हेल्थ चेकउप करने के बाद इन कंबाइन हार्वेस्टरों को प्रदेश में आने दिया जा रहा है, ताकि किसानो को कटाई में दिक्कत न हो.

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