नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा है कि जम्मू और कश्मीर भारत का हिस्सा है और पीओके पर पाकिस्तान का हक है. इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ती होनी बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि सज्जाद लोन को कोई नैतिक अधिकार नहीं है कि वो आलोचना करें क्योंकि ये उनके पिता ही थे जो पाकिस्तान से हथियार कश्मीर में लेकर आए थे. जम्मू-कश्मीर के बारामूला में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए फारुक अब्दुल्ला ने ये कहा.
दरअसल सज्जाद लोन ने कहा था कि फारुक अब्दुल्ला और उनकी पार्टी आर्टिकल 370 में कई बड़े बदलाव के लिए जिम्मेदार हैं, इसी पर आज फारुक अबदु्ल्ला ने जवाब दिया और सज्जाद लोन और उनके पिता पर आरोप लगाए. फारुक अबदुल्ला ने ये भी कहा कि ऐसे दर्जनों आरोप हैं जिनका सज्जाद लोन को लोगों के सामने जवाब देना होगा. स्वराज्य हमारा अधिकार है और कश्मीर के लोगों का हक है. दिल्ली के पास कोई हक नहीं कि वो इसे खारिज करे.
फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि आखिरकार जम्मू-कश्मीर के लोग ही तय करेंगे कि क्या करना है. हम लोग कभी भी सत्ता के भूखे नहीं थे, पीडीपी, एनसी और कांग्रेस अलग-अलग रास्तों के बावजूद साथ मिलकर आए. क्यों? हम सरकार बनाने के लिए इसलिए गए क्योंकि आज जो राज्यपाल जेएंडके में कर रहे हैं, उसी से राज्य को बचाना चाहते थे. आज आप देख ही रहे हैं कि जेएंडके बैंक किस हाल में है, ऐसा हमारी सरकार के समय बिलकुल भी नहीं था. हम आर्टिकल 35ए की रक्षा करना चाहते थे.
फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस उन सभी बातों के साथ है जो भारत और पाकिस्तान की दोस्ती में काम आ सकते हैं. जब दोनों देशों के बीच अमन चैन होगा तो कश्मीर का मसला भी सुलझाया जा सकता है.