J&K: बारामुला जिले से लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकी गिरफ्तार
पुलिस प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ लोगों से अपील की जाती है कि वे अपने बच्चों पर नजर रखें और अगर वे लंबे समय तक घर से गायब रहते हैं तो पुलिस को इसकी सूचना दी जाए ताकि इन लड़कों की जिंदगी बचाई जा सके.’’
श्रीनगर: सुरक्षा बलों ने उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले से लश्कर-ए-तैयबा के पाक-प्रशिक्षित दो आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस प्रवक्ता ने आज बताया कि ये आतंकी हथियार चलाने का ट्रेनिंग लेने और घाटी में आतंकी गतिविधियां संचालित करने के लिये पाकिस्तान के वैध वीजा पर वहां गये थे. उन्हें पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि आतंकियों ने केवल इसी उद्देश्य के लिये पासपोर्ट बनवाया था.
प्रवक्ता ने बताया, ‘‘लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को वाघा सीमा के रास्ते लौटने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया.’’ उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान करीरी के रहने वाले अब्दुल मजीद भट और पाटन के मोहम्मद अशरफ मीर के तौर पर हुई है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों ने खुलासा किया है, ‘‘उन्होंने पाकिस्तान में पाकिस्तानी लड़कों के साथ प्रशिक्षण हासिल किया. उनमें से ज्यादातर युवक बलूचिस्तान के रहने वाले थे और इसमें दस साल की उम्र तक के लड़के शामिल थे.’’ उन्होंने बताया कि आतंकियो को प्रशिक्षित करने वाले कैंप इस्लामाबाद में बर्मा शहर के करीब स्थित हैं.2 Pakistan trained terrorists arrested in Baramulla by Police, Army and CRPF. They had gone to Pakistan on valid Pakistani visa to obtain arms training there for undertaking terrorist activities in the valley: Baramulla Police
— ANI (@ANI) February 3, 2018
The arrested terrorists were given Pakistani visas by Pakistan High Commission in New Delhi. It’s pertinent to mention that for past couple of years police has unearthed several such modules who lure young boys to Pakistan to get trained and join militancy: Baramulla Police — ANI (@ANI) February 3, 2018
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार किये गये आतंकियों को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग ने पाकिस्तान का वीजा दिया था. अधिकारी ने बताया कि इस मामले में एक मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है. उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘ लोगों से अपील की जाती है कि वे अपने बच्चों पर नजर रखें और अगर वे लंबे समय तक घर से गायब रहते हैं तो पुलिस को इसकी सूचना दी जाए ताकि इन लड़कों की जिंदगी बचायी जा सके.’’