रक्षा प्रवक्ता से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया सूचना मिलने के बाद जिले के हाजिन इलाके में चंदरगीर गांव में घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया. तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी और फिर मुठभेड़ शुरू हो गई.
इस मुठभेड़ में सेना के एक गरुण कमांडो शहीद हो गए हैं, वहीं दो जवानों के जख्मी होने की खबर है. इस मुठभेड़ में अबतक सुरक्षाबलों ने पांच आतंकियों को मार गिराया है. जबकि अभी भी आशंका यह है कि दो आतंकी अभी भी इलाके में मौजूद हैं.
श्रीनगर स्थित रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, ‘‘हाजिन में जारी मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए हैं.’’ उन्होंने बताया कि इस दौरान वायुसेना का एक गरुड़ कमांडो शहीद हो गया और एक सैनिक घायल हो गया. गरुड़ कमांडो बल वायुसेना की विशेष बल इकाई है.
लखवी के भतीजे का नाम ओवैद था, जो ओसामा जंगी के नाम से आतंकवाद की दुनिया में जाना जाता था. इससे पहले जैश ए मोहम्मद के आतंकी मसूद अजहर के भांजे को सेना ने मार गिराया था. सेना ने ये काम पुलवामा में अंजाम दिया.
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में अबतक 194 आतंकवादी मारे जा चुके हैं, जिसमें लश्कर और हिजबुल के टॉप कमांडर भी शामिल हैं.
जब इस बारे में एबीपी न्यूज ने जानकारी जुटाई तो सुरक्षाबलों और सेना ने हमें बताया कि घाटी में ऑपरेशन ऑल आउट के बाद जब लश्कर और हिजुबल मुजाहिदीन की टॉप लीडरशिप का सफाया होने लगा तो पाकिस्तान ने नई साजिश रची है.
कश्मीर में स्थानीय युवकों को फिर से आतंक की चाल में फंसाने के लिए जिम्मा जैश सरगना मसूद अजहर को सौंपा था. हो सकता है ऐसा ही दबाव लश्कर ए तैय्यबा की लीडरशिप पर भी हो. इसीलिए लखवी को अपने भतीजे को जम्मू कश्मीर में भेजना पड़ा हो.
कौन है लखवी?
पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का सरगना जकीउर रहमान लखवी का नाम NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है. 26/11 मुंबई हमले में जिंदा पकड़ा गया आतंकी कसाब ने खुलासा किया था कि लखवी ने उसे और बाकी हमलावरों के मुंबई हमले के लिए उकसाया था.
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड लखवी को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तानी सेना की सरपरस्ती हासिल है. दोनों उसे बचाने की हर मुमकिन कोशिश भी कर रहे हैं. मुंबई हमले के बाद चौतरफा दबाव में पाकिस्तान ने लखवी को गिरफ्तार किया था. पिछले साल पाकिस्तान की कोर्ट ने उसे जमानत मिल गई थी.