नई दिल्लीः जम्मू और कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षाबलों से आतंकियों की मुठभेड़ में सेना ने 2 आतंकियों को मार गिराया है और एक आतंकी ने सरेंडर कर दिया है. कुलगाम में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की खबर के बाद वहां पुलिस सेना, सीआरपीएफ का साझा तलाशी ऑपरेशन चलाया गया जिसके बाद ये मुठभेड़ हुई. जैसे ही संयुक्त टीम को इन आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली उन्होंने आतंकियों  की तलाश शुरू कर दी.


जम्मू और कश्मीर के डीजीपी शेष पॉल वैद ने ट्वीट कर जानकारी दी कि 2 आतंकवादियों को मार गिराया गया है. कुलगाम के चाद्दर इलाके में ये मुठभेड़ हुई है.





इस मुठभेड़ के बाद सुरक्षा उपायों के तहत चाद्दर इलाके में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है ताकि किसी तरह की अफवाह न फैले. अमरनाथ यात्रा से ठीक पहले ये घटना दिखाती है कि आतंकी घाटी में आतंक फैलाने की पुरजोर कोशिशों में जुटे हुए हैं.





अभी 2 दिन पहले 22 जून को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में चार आतंकियों को ढेर कर दिया था. मारे गए चारों आतंकी आईएस (इस्लामिक स्टेट) के थे. पुलिस अधिकारी ने बताया कि आंतकवादियों के मौजूद होने की विशेष खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने दक्षिणी कश्मीर के इस जिले में श्रीगुफवारा क्षेत्र की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया था.आतंकवादियों के साथ सुबह मुठभेड़ में एक जवान भी शहीद हो गया था.


इसके अलावा बताया जा रहा है कि सरकार ने 2 दिन पहले ही ये फैसला किया है कि आतंकियों के शवों को उनको परिवार वालों को नहीं सौंपा जाएगा और किसी अनजान जगह दफना दिया जाएगा. हालांकि सरकार के इस फैसले का विरोध भी शुरू हो गया है.


पिछले काफी समय से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की गतिविधियां बढ़ गई हैं. रमज़ान के दौरान भारत की तरफ से ऑपरेशन ऑलआउट को रोके जाने के बावजूद आतंकवादियों ने आतंक फैलाने में कोई कमी नहीं की और इसी के चलते सरकार ने रमज़ान खत्म होने के बाद ऑपरेशन ऑलआउट फिर से शुरू कर दिया है और इसी के तहत 22 जून को आईएस के 4 आंतकियों के मारे जाने की खबर आई. हालांकि आईएस के आतंकियों का घाटी में मारा जाना ये दिखाता है कि इस्लामिक स्टेट भी जम्मू और कश्मीर में दहशत फैलाने के लिए सक्रिय है.


जम्मू-कश्मीर: अनंतनाग एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने ढेर किए IS के 4 आतंकी, एक जवान शहीद