नई दिल्ली/श्रीनगर: जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) प्रमुख यासीन मलिक को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. यासीन को दिल्ली में राष्ट्रीय जांच ब्यूरो (एनआईए) के मुख्यालय के बाहर अलगाववादियों के विरोध से पहले गिरफ्तार किया गया. जेकेएलएफ सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने मलिक को आधीरात के समय उनके मैसूमा स्थित घर से गिरफ्तार किया." मलिक को शुक्रवार को श्रीनगर सेंट्रल जेल से रिहा किया गया था.


अलगाववादी नेता आज एनआईए दफ्तर पर देंगे गिरफ्तारी

शीर्ष तीन अलगाववादी नेता आज दिल्ली में एनआईए मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे और जांच एजेंसी द्वारा कश्मीर के लोगों के कथित उत्पीड़न के खिलाफ गिरफ्तारी देंगे. ये दोपहर 3.05 बजे श्रीनगर से इंडिगो की फ्लाइट से दिल्ली आएंगे और एनआईए दफ्तर पर गिरफ्तारी देंगे.

एनआईए ने की थी कई जगह छापेमारी

अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासिन मलिक गिरफ्तारी देंगे. एनआईए ने हाल में धन शोधन और अन्य मामलों के बाबत अलगाववादी नेताओं से जुड़े लोगों के यहां छापेमारी और गिरफ्तारियां की थीं.

NIA की जांच कश्मीर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश- हुर्रियत कॉन्फ्रेंस

हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के उदारवादी धड़े की अगुवाई करने वाले मीरवाइज ने आरोप लगाया है कि सरकार नेताओं, कारोबारियों और छात्र समुदाय का उत्पीड़न करने के लिए एनआईए का इस्तेमाल कर रही है जो शांतिपूर्ण प्रदर्शनों में आगे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतिष्ठित अलगाववादी नेताओं और कश्मीर के कारोबारियों के खिलाफ एनआईए की जांच कश्मीर के मुद्दे से ध्यान भटकाने की एक कोशिश है.

उन्होंने दावा किया है कि सरकार कश्मीर मुद्दे को हल नहीं करना चाहती है और अब इससे ध्यान भटकाने के लिए एनआईए का इस्तेमाल कर रही है. जेकेएलएफ के प्रमुख मलिक ने आरोप लगाया कि सरकार हर महीने कोई न कोई मुद्दा कश्मीरी लोगों पर थोप रही है.