JKSSB SI Exam 2022: सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में बड़ी धांधली, जम्मू-कश्मीर से बेंगलुरु तक CBI ने 30 जगहों पर की छापेमारी
JKSSB SI Exam 2022 Scam: जम्मू-कश्मीर में सब इंस्पेक्टर के पदों पर बहाली के लिए ली गई परीक्षा में धांधली का पता चला है, जिसके बाद पुलिस ने जम्मू-कश्मीर से बेंगलुरु तक 30 जगहों पर छापेमारी की है.
JKSSB SI Exam 2022 Scam: जम्मू कश्मीर में मार्च 2022 में हुई पुलिस सब इंस्पेक्टर परीक्षा (Police Sub Inspecter Exam 2022)पेपर लीक मामले (Paper Leak Case)में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI)ने आज जम्मू कश्मीर से लेकर बेंगलुरु (Bengaluru) तक 30 जगहों पर छापेमारी की. सीबीआई ने इस मामले में जम्मू कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JK SSB) के सदस्य समेत कुल 33 लोगों पर विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था.
BSF का मेडिकल ऑफिसर निकला मास्टर माइंड
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक इस मामले में जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JKSSB)के तत्कालीन सदस्य नारायण दत्त तत्कालीन अवर सचिव बिशन दास तत्कालीन सेक्शन ऑफिसर अंजू राणा जम्मू कश्मीर के पुलवामा बीएसएफ फ्रंटियर हेड क्वार्टर में तैनात मेडिकल ऑफिसर करनैल सिंह जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहायक उप निरीक्षक अशोक कुमार सीआरपीएफ अश्वनी कुमार अखनूर के कोचिंग सेंटर के अविनाश गुप्ता अक्षय कुमार समेत अनेक परीक्षार्थियों और बेंगलुरु की एक कंपनी शामिल है. आरोप है कि इस मामले में बीएसएफ (BSF) का मेडिकल ऑफिसर (Medical Officer)मास्टर माइंड है.
परीक्षा 27 मार्च 2022 को आयोजित की गई थी
सीबीआई के मुताबिक जम्मू-कश्मीर पुलिस में उप निरीक्षक पद पर भर्ती के लिए यह परीक्षा 27 मार्च 2022 को आयोजित की गई थी इस परीक्षा के परिणाम 4 जून 2022 को घोषित किए गए थे. इस परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप लगने के बाद जम्मू कश्मीर सरकार ने एक कमेटी गठित कर मामले की आंतरिक जांच कराई. जांच के दौरान पाया गया कि परीक्षा आयोजित करने में अनेक अनियमितता बरती गई थी. साथ ही आपराधिक षडयंत्र के जरिए अनेक परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई थी.
अधिकारियों की मिली भगत से हुई धांधली
जम्मू कश्मीर सरकार की इस जांच के दौरान पाया गया कि जम्मू राजौरी और सांबा जिले के अनेक परीक्षार्थियों का प्रतिशत असामान्य रूप से ज्यादा था. आरोप है कि इस मामले में अनेक कोचिंग सेंटर समेत जम्मू कश्मीर सेवा आयोग के अधिकारियों की भी मिलीभगत थी. जांच के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो से कराने की सिफारिश की. सीबीआई ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद आज 30 जगहों पर छापेमारी की मामले की जांच जारी है.