झारखंड: 28 दिसंबर को सीएम पद की शपथ ले सकते हैं हेमंत सोरेन, कांग्रेस को डिप्टी सीएम का पद
सूत्रों के मुताबिक झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन 28 दिसंबर को राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. इस बार हेमंत सोरेन से बरहेट और दुमका दो सीटों से चुनाव लड़ा और दोनों ही जगहों पर बीजेपी को हराया.
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. जेएमएम को 30 सीटें मिली हैं. इस बार जेएमएम ने कांग्रेस और आरजेडी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा. कांग्रेस को 16 तो वहीं आरजेडी को एक सीट पर जीत मिली है. राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 41 है. जेएमएम गठबंधन के पास 47 विधायक हैं. ऐसे में राज्य में जेएमएम गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ है. सूत्रों के मुताबिक 28 दिसंबर को जेएमएम प्रमुख हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. वहीं कांग्रेस को डिप्टी सीएम का पद मिल सकता है.
राज्य में बीजेपी को तगड़ा झटका लगा. यहां तक की सीएम रघुवर दास भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. इसके अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भी चुनाव हार गए. जमेशपुर ईस्ट सीट पर बीजेपी के बागी सरयू राय ने रघुवर दास को 15833 वोटों से हरा दिया. बीजेपी के खाते में कुल 25 सीटें गई हैं. 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कुल 37 सीटें जीती थीं. आजसू के खाते में दो सीटें गई हैं. पिछली बार उसने पांच सीटों पर कब्जा जमाया था. इसके अलावा सीपीआई (एमएल) ने एक, झारखंड विकास मोर्चा ने दो और एनसीपी ने एक सीट पर जीत हासिल की.
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हार के बाद क्या बोले रघुवर दास
हार के बाद रघुवर दास ने कहा कि यह हार उनकी व्यक्तिगत हार है और यह बीजेपी की हार नहीं है. उन्होंने कहा कि मैंने 5 साल पूरी इमानदारी से झारखंड के विकास के लिए काम किया है, लेकिन जनता के जनादेश का मैं स्वागत करता हूं. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ''झारखण्ड की जनता के जनादेश को नमन, झारखण्ड के विकास के लिए सदैव काम करता रहूंगा, यही मेरा संकल्प है. सभी मतदाताओं और कार्यकर्ता साथियों का आभार.''
जीत के बाद क्या बोले हेमंत सोरेन
जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने इस जीत को जनता का स्पष्ट जनादेश बताया. उन्होंने कहा कि इससे उन्हें जनता की आकांक्षा पूरा करने के लिए संकल्प लेना होगा. आज के चुनाव परिणाम राज्य के इतिहास में नया अध्याय हैं और यह मील का पत्थर साबित होगा. उन्होंने विश्वास दिलाया कि लोगों की उम्मीदें वह टूटने नहीं देंगे. हेमंत सोरेन ने कहा, ‘‘आज हमारे लिए जनता की सेवा के लिए संकल्प का दिन है.’’
हेमंत सोरेन ने अपने पिता शिबू सोरेन, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव का धन्यवाद किया और कहा कि आज के परिणाम सभी के परिश्रम का नतीजा है. वह अपने पिता से साइकिल पर मिलने पहुंचे जिसे लेकर यहां दिन भर चर्चा होती रही.
पहली बार 2013 में सीएम बने थे हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन ने इस बार दो सीटों से चुनाव लड़ा. बरहेट सीट पर उन्होंने बीजेपी के साइमन माल्टो को 25,740 वोटों से हराया. वहीं दुमका सीट पर उन्होंने बीजेपी के लुईस मरांडी को 13,188 वोटों से हराया. हेमंत सोरेन पहली बार 13 जुलाई 2013 को झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे. वह इस पद पर 23 दिसंबर 2014 तक बने रहे और कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर वह 28 दिसंबर 2014 तक पद पर बने रहे.
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पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में विधानसभा चुनाव में जीत के लिए हेमंत सोरेन को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ''झारखंड चुनावों में जीत के लिए हेमंत सोरेन जी और JMM के नेतृत्व वाले गठबंधन को बधाई. राज्य की सेवा में उन्हें शुभकामनाएं.'' इसपर धन्यवाद देते हुए हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया, ''शुभकामना के लिए बहुत बहुत धन्यवाद माननीय प्रधानमंत्री जी. झारखण्ड की ग़रीब जनता के लिए आपके सहयोग की अपेक्षा है.''
पिछले एक साल में 5 राज्यों में हारी BJP
आंकड़ों का विश्लेषण बताता है कि जिन राज्यों में बीजेपी की उसके अपने दम पर या सहयोगियों के साथ सरकार है वहां आबादी करीब 43 प्रतिशत है जबकि दो साल पहले 69 फीसदी से अधिक आबादी वाले राज्यों में बीजेपी की सरकार थी. पार्टी के लिए यह चिंता की बात है कि 2018 से राज्यों के चुनाव में उसका ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है. वह इस अवधि में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सत्ता खो चुकी है. लोकसभा चुनाव में उसकी जबरदस्त जीत भी राज्यों में लाभ दिलाने में कामयाब नहीं रही.
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