नई दिल्लीः भारत सरकार ने साल 2005 में जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण योजना (JNNURM) का शुभारंभ किया था. इस परियोजना का संचालन भारत सरकार का शहरी विकास मंत्रालय करता है. इस परियोजना का शुभारंभ तात्कालिन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किया था. साल 2005 में इस योजना को सात साल के समय के लिए लॉन्च किया गया था. इसके बाद इसे 2012 में दो साल के लिए बढ़ाया गया और 31 मार्च 2014 को बंद कर दिया गया.


इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी और अर्द्धशहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को विकास करना था. इस योजना की मदद से शहर में रह रहे गरीबों को मदद पहुंचाना और उनके लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना इसका मुख्य उद्देश्य था. इस योजना के मद्देनजर छोटे आकारों के कस्बों का विकास और शहरी जल आपूर्ति को प्रमुख्ता से शामिल किया गया.


जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शहरी नवीकरण योजना के तहत देशभर के कुल 63 शहरों का चयन किया गया था. इन शहरों में से 7 शहर की जनसंख्या चालीस लाख से अधिक थी. वहीं 28 शहरों में दस लाख से चालीस लाख की जनसंख्या रह रही थी. इसके साथ ही 28 शहर दस लाख से कम जनसंख्या वाले शहर थे. इस योजना में कुल एक लाख 20 हजार 536 करोड़ का निवेश साल 2005 से 2007 के बीच किया गया.


बता दें कि साल 2005 में शुरू की गई इस योजना का मुख्य काम शहरी जीवन को बेहतर बनाना था. वहीं इस योजना के कारण महसूस किया गया कि शहर के शासन के बीच बिना किसी मूलभूत सिद्धांतों के साथ किसी प्रकार का तालमेल बिठाए बिना इसे लागू किया गया था. जिसके कारण जो उपलब्धी हासिल हुई वह काफी मामूली ही रही.


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