हैदराबाद: केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने सोमवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए हमले की जांच होनी चाहिए और दोषियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, “पुलिस को उस मामले की जांच करनी चाहिए. मेरी पार्टी (रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इण्डिया (ए)) ने भी जांच की मांग की है और जो भी दोषी हो उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए.”


सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री जेएनयू में हुए हमले के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
जेएनयू मामले पर दिल्ली पुलिस का क्या कहना है?
जेएनयू मामले पर आज दिल्ली पुलिस ने कहा कि क्राइम ब्रांच को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और उस पर काम हो रहा है. दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि ये केस अब क्राइम ब्रांच के पास है. दिल्ली पुलिस ज्वाइंट सीपी वेसर्टन रेंज शालिनी सिंह फैक्ट फाइंट कमेटी की हेड हैं. कोड वर्ड और जो वीडियो क्लिप मिले हैं उनपर जांच चल रही है.


वीडियो में हाथ में लोहे की छड़ें लिए नज़र आ रहे हैं बदमाश


प्रत्यदर्शियों ने आरोप लगाया है कि हमलावर जेएनयू परिसर में तब घुसे जब जेएनयू शिक्षक संघ परिसर में हिंसा और छात्रों और प्रोफेसरों पर हमलों के मुद्दे पर बैठक कर रहे थे. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वे तीन छात्रवासों में भी घुसे. कुछ वीडियो फुटेज में बदमाशों का एक समूह हाथ में हॉकी और लोहे की छड़ें लिए एक इमारत के पास नजर आ रहा है.


कैंपस के अंदर तीन दिनों से चल रही थी टेंशन


बताया जा रहा है कि कैंपस के अंदर तीन दिनों से टेंशन चल रही थी, रविवार को छात्रों के दो गुट आपस में भी भिड़ गए थे. जिस समय ये मारपीट हो रही थी उस समय छात्रों के साथ साथ टीचर भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि सारा विवाद फीस बढ़ोतरी को लेकर है. कहा जा रहा है कि छात्रों का एक गुट फीस बढोतरी का विरोध कर रहा था तो दूसरा गुट चाह रहा था कि छात्रों का रजिस्ट्रेशन शुरू किया जाए. इसी को लेकर दोनों के बीच भिड़ंत हो गई जो बाद में हिंसा में बदल गई.


हिंसा को लेकर लेफ्ट और एबीपीवी आमने-सामने


हालांकि कैंपस के अंदर इस तरह से हंगामे और मारपीट को लेकर आरोप-प्रत्यारोप जारी है. लेफ्ट और एबीवीपी एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं. जेएनयूएसयू ने आरोप लगाया कि आरएसएस से जुड़े एबीवीपी के सदस्यों ने उनपर पत्थर और छड़ से हमला किया.


पुलिस को इस पूरे मामले में सीसीटीवी फूटेज और छात्रों की तरफ से बनाए गए वीडियो भी मिल गए हैं, बावजूद इसके पुलिस ने अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है.


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मेरे समय जेएनयू में कोई 'टुकड़े-टुकड़े' गैंग नहीं था- एस जयशंकर