नई दिल्ली: सरकार ने बुधवार को बताया कि जनवरी की शुरूआत में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में नकाबपोश लोगों द्वारा किए गए हमले में 51 व्यक्तियों को चोटें आईं और कुछ प्राइवेट कारों और प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचा. गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुए बताया कि हमले में शामिल कुछ दंगाइयों की पहचान कर ली गई है.
गृहराज्य मंत्री ने बताया, ‘‘पांच जनवरी 2020 को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में नकाबपोश लोगों द्वारा किए गए हमले में 51 व्यक्तियों को चोटें आईं और कुछ निजी कारों और संपत्ति को नुकसान पहुंचा. छात्रों और अध्यापकों पर यह हमला छड़ों और लाठियों से किया गया.’’
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जी किशन रेड्डी ने बताया कि हमले के संबंध में छह जनवरी को वसंत कुंज उत्तर थाने में एक और मामला दर्ज किया गया. उन्होंने बताया कि हमले में शामिल कुछ दंगाइयों की पहचान कर ली गई है. उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने जेएनयू कैंपस के अंदर और बाहर पुलिस कर्मियों की तैनाती सहित ऐहतियाती कदम उठाए हैं.
गृहराज्य मंत्री ने बताया ‘‘जेएनयू ने सूचित किया है कि उन्होंने परिसर में चौबीसों घंटे 277 निजी सुरक्षा कर्मी तैनात किए हैं.’’ उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस की सूचना के अनुसार, अक्टूबर 2019 से जेएनयू के विद्यार्थी छात्रावास फीस में वृद्धि और अन्य प्रशासनिक मुद्दों के खिलाफ विरोध कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि नए सेमिस्टर के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया रोकने के लिए विद्यार्थियों ने तीन और चार जनवरी 2020 को जेएनयू परिसर के भीतर सीआईएस सेंटर के सर्वर सिस्टम को क्षतिग्रस्त कर दिया था तथा मारपीट एवं हिंसा में लिप्त हो गए. गृह राज्य मंत्री के अनुसार ‘‘जेएनयू से प्राप्त शिकायतों के आधार पर वसंत कुंज उत्तरी पुलिस थाने में दो मामले दर्ज किए गए हैं.