नई दिल्ली: जेएनयू मामले पर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने मांग कि है कि यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार को हटाया जाए. इसके साथ ही पार्टी ने मांग की कि रविवार को कैंपस के अंदर जो हिंसा की घटना हुई है उसकी जांच सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस से हो. जेडीयू के सीनियर नेता और राज्यसभा सांसद केसी त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी जेएनयू में गुंडा तत्वों की हिंसक गतिविधियों की कड़ी निंदा करती है.


जेडीयू नेता ने कहा कि नकाबपोश बाहरी तत्वों ने जिस तरीके से जेएनयू छात्र संघ के पदाधिकारियों पर हमला किया, उसकी समाज के सभी वर्गों को निंदा करनी चाहिए. छात्रों के साथ अपनी पार्टी की एकजुटता जाहिर करते हुए कहा, ‘‘हम विश्वविद्यालय के कुलपति और अन्य अधिकारियों के रवैये की कड़ी निंदा करते हैं जो इन गुंडों के गंदे खेल के मूक दर्शक बन गये हैं. पुलिस अफसर भी अपनी जिम्मेदारी अदा करने में नाकाम रहे.’’





केसी त्यागी ने कहा, ‘‘जेडीयू सुप्रीम कोर्ट के एक न्यायाधीश द्वारा निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच और निष्पक्ष मुकदमे की मांग करती है. कुलपति और अन्य शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों को उनके पदों से हटाया जाना चाहिए.’’ त्यागी ने कहा, ‘‘जेएनयू को बहस, संवाद और वैचारिक मतभेदों के लिए जाना जाता है. ऐसी घटनाओं के लिए कभी नहीं.’’


उधर जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने मांग की कि वाइस चांसलर को पद से हट जाना चाहिए. सीपीएम महासचिव और जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष सीताराम येचुरी ने कहा, ‘‘कुलपति भी इस हमले में संलिप्त रहे. उन्हें तत्काल हटाया जाना चाहिए.’’ जेएनयू शिक्षक संघ ने भी मांग की कि कुलपति या तो इस्तीफा दे दें या मानव संसाधन विकास मंत्रालय को उन्हें हटा देना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वह कायर कुलपति हैं जिन्होंने पिछले दरवाजे से अवैध नीतियों को लागू किया, जो छात्रों या शिक्षकों के सवालों से भागते हैं और जेएनयू की छवि बिगाड़ने के हालात बनाते हैं.’’


शिक्षक संघ का आरोप था, ‘‘जो हिंसा हुई वह कुलपति और उनके जानने वालों की हताशा और कुंठा का परिणाम थी. लेकिन आज के घटनाक्रम दिल्ली पुलिस के लिए शर्मसार करने वाले हैं जिसने बाहर से बुलाये गये एबीवीपी के गुंडा तत्वों को सुरक्षित रास्ता दिया.’’ जेएनयू शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष सोनाझरिया मिंज ने पूरे घटनाक्रम के दौरान एम जगदीश कुमार की गैर मौजूदगी पर सवाल उठाया.


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