छात्रों के भारी विरोध के बाद JNU प्रशासन ने लिया यू टर्न, फीस बढ़ोतरी वृद्धि आंशिक रूप से वापस ली
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ वाम दल समर्थित छात्र संगठन करीब 15 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्य भी आज सड़कों पर उतरे.
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हॉस्टल फीस वृद्धि का फैसला आंशिक रूप से वापस ले लिया गया है. फीस वृद्धि के खिलाफ जेएनयू के छात्र कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. जिसके बाद आज शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि छात्रावास शुल्क और अन्य नियमों को बहुत हद तक वापस ले लिया गया है. जेएनयू में फीस बढ़ोतरी के फैसले को वापस लेने के फैसले के बाद भी JNU छात्र संघ संतुष्ट नहीं है. प्रदर्शनकारी छात्र नेताओं ने कहा कि सरकार हमें मूर्ख बना रही है. बढ़ी हुई फीस में बहुत ही मामूली कमी की गई है.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव आर सुब्रमण्यम ने ट्वीट किया, ‘‘जेएनयू कार्यकारिणी परिषद् छात्रावास शुल्क और अन्य नियमों को बहुत हद तक वापस लेने का फैसला करता है. आर्थिक रूप से कमजोर तबके (ईब्ल्यूएस) के छात्रों के लिये आर्थिक सहायता की एक योजना का भी प्रस्ताव किया गया है. कक्षाओं में लौटने का वक्त आ गया है.’’
#JNU Executive Committee announces major roll-back in the hostel fee and other stipulations. Also proposes a scheme for economic assistance to the EWS students. Time to get back to classes. @HRDMinistry
— R. Subrahmanyam (@subrahyd) November 13, 2019
जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों ने छात्रावास शुल्क में वृद्धि वापस लेने की अपनी मांग को लेकर आज अपना विरोध- प्रदर्शन तेज कर दिया. इस वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन को कार्यकारिणी परिषद की बैठक परिसर से बाहर आयोजित करनी पड़ी. इसी बैठक में आज फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस लेना पड़ा. परिषद जेएनयू की फैसला लेने वाली सर्वोच्च संस्था है.
वाम दल समर्थित छात्र संगठनों के विद्यार्थी छात्रावास शुल्क में वृद्धि के खिलाफ करीब पखवाड़े भर से प्रदर्शन कर रहे थे. जिसके बाद आज आरएसएस की छात्र शाखा एबीवीपी के प्रतिनिधियों ने भी इस तरह की मांगों को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के बाहर प्रदर्शन किया.
दिल्लीः जेएनयू में फीस बढ़ोतरी के खिलाफ यूजीसी के बाहर एबीवीपी छात्रों ने जमकर किया प्रदर्शन
छात्र संगठनों का दावा है कि छात्रावास नियमावली मसौदा में छात्रावास शुल्क वृद्धि और ड्रेस कोड आदि के प्रावधान हैं, जिसे इंटर-हॉल प्रशासन ने मंजूरी दी है. प्रदर्शनकारी छात्रों ने बुधवार को प्रशासन खंड के बाहर जेएनयू प्रशासन और कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की.
बता दें कि नए हॉस्टल ड्राफ्ट मैनुअल में कई पाबंदियां और तमाम मदों में फीस बढ़ोत्तरियां की गई हैं. इस मुद्दे पर सोमवार को भी विद्यार्थियों ने जमकर बवाल काटा. छात्रों के गुस्से के मद्देनजर विवि के चारों ओर केंद्रीय सुरक्षा बल और दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात कर इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. इस नए हॉस्टल ड्राफ्ट मैनुअल के मुताबिक, "मैस, बिजली बिल, साफ-सफाई यानी सैनीटेशन की फीस बढ़ा दी जाएगी" इतना ही नहीं इस मैनुअल के अनुसार अब रात 10 से 10.30 बजे के बीच विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी.
रात के वक्त कोई भी विद्यार्थी एक-दूसरे के कमरे में नहीं जाएगा. अगर ऐसा करना है यानी पार्टनर शेयरिंग सिस्टम जो विद्यार्थी अमल में लाएंगे, उन्हें ज्यादा फीस भरनी पड़ेगी. यह बढ़ी हुई फीस 20 रुपये से 300 रुपये कर दी गई है.
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