JNU में बढ़ी हुई फीस के खिलाफ लेफ्ट, एबीवीपी और एनएसयूआई एकजुट, विरोध जारी
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्र फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों के इस प्रदर्शन में सभी छात्र संगठनों का समर्थन है.
नई दिल्ली: देश की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्र फीस में बढ़ोतरी को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों के इन प्रदर्शन में सभी छात्र संगठनों का समर्थन है. प्रदर्शन का नेतृत्व जहां जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन और लेफ्ट पार्टियां कर रही हैं वहीं, एबीवीपी, एनएसयूआई, बापसा जैसे संगठन भी फीस में बढ़ोतरी के खिलाफ हैं.
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र इकाई एबीवीपी फीस में बढ़ोतरी के खिलाफ है लेकिन संगठन का जेएनयूएसयू के प्रोटेस्ट मोडल को लेकर आपत्ति है. एबीवीपी फीस वृद्धि के खिलाफ मंगलवार को यूजीसी दफ्तर के बाहर धरना भी देगी. वहीं, कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई ने भी जेएनयू में चल रहे प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है. संगठन का कहना है कि वर्तमान फीस वृद्धि छात्रों के हित के खिलाफ है और यह जेएनयू की स्थापना के मूल उद्येश्य के विपरीत है.
बिरसा अंबेडकर फूले स्टूडेंट्स एसोसिएशन (बापसा) ने भी फीस में वृद्धि का विरोध किया है. संगठन ने कहा है कि जेएनयू देश के उन चुनिंदा विश्वविद्यालयों में से एक है जहां शिक्षा का खर्च एफोर्डेबल है. आरजेडी की छात्र इकाई छात्र आरजेडी ने भी फीस में वृद्धि का पुरजोर विरोध किया है. संगठन का कहना है कि बहुजनों को ध्यान में रखते हुए फीस में वृद्धि नहीं होनी चाहिए.
इन फीस में हुई है बढ़ोतरी
बता दें कि जेएनयू प्रशासन ने जिन फीस में बढ़ोतरी की है उनमें वन टाइम सिक्योरिटी चार्ज (रिफंडेबल) फीस, सर्विस चार्ज और रूम रेंट (सिंगल और डबल प्रमुख) हैं. वन टाइम सिक्योरिटी चार्ज (रिफंडेबल) फीस जो कि पहले 5500 रुपये थी उसे बढ़ाकर अब 12 हजार रुपये कर दिया गया है. इसी के साथ सर्विस चार्ज की बात करें तो यह पहले शून्य था लेकिन इसे अब बढ़ाकर 1700 रुपये महीने कर दिया गया है.
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