JNU Row: जेएनयू की दीवारों पर लिखे विवादित नारों के लिए कौन जिम्मेदार? छात्रसंघ अध्यक्ष ने किया ये दावा
JNU Controversy: कैम्पस के भीतर एक समूह है जिसने परिसर में तनावपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए बार-बार ऐसा काम किया है. छात्र संघ अध्यक्ष ने कहा है कि JNU को खराब करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
JNU Row: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की दीवारों पर लिखे विवादित नारों को लेकर छात्र संघ अध्यक्ष आयशे घोष ने कहा है कि विश्वविद्यालय को खराब करने के प्रयास किए जा रहे हैं. पिछले कुछ सालों में ऐसे लोगों की तादाद बढ़ी है, जो यूनिवर्सिटी का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं.
आयशे घोष ने कहा कि हाल फिलहाल में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं. इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन को सख्त कदम उठाना चाहिए. ऐसा करने वालों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि छात्र संघ जेएनयूएसयू में हुई वर्तमान और पूर्व की घटनाओं की निंदा करता है और जेएनयू प्रशासन से जांच करने के मांग भी करता है.
क्या है विवाद ?
बता दें कि प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया विरोधी नारे दीवारों पर लिखे होने की तस्वीरें वायरल हुई हैं. इसके बाद विभिन्न छात्र संगठनों में आक्रोश है. खबर है कि स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज की इमारत की दीवारें ब्राह्मण और बनिया समुदाय के खिलाफ नारेबाजी से भर दी गई हैं.
जेएनयू प्रशासन को लेकर क्या कहा
इस घटना पर छात्र संघ अध्यक्ष ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब जेएनयू में इस तरह की हरकतें की गई हैं. इस साल की शुरुआत में 'मुस्लिम लाइव डोंट मैटर' जेएनयू की दीवारों पर लिखा गया था. इससे पहले भी विश्वविद्यालय के भीतर तोड़फोड़ की गई. जेएनयू प्रशासन को ऐसे नारों का संज्ञान लेना चाहिए और विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार आवश्यक सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
आयशे घोष ने आगे कहा कि कैम्पस के भीतर एक समूह है जिसने परिसर में तनावपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए बार बार ऐसा काम किया है. उन्होंने राइट विंग को टारगेट करते हुए कहा कि कैम्पस के भीतर दक्षिणपंथी ताक़तें हैं जिन्होंने ये निंदनीय काम किया है.