नई दिल्ली: जेएनयू एक बार फिर खबर में है. एमफिल के एक छात्र ने कैंपस के बाहर एक दोस्त के कमरे में कथित तौर पर खुदकुशी कर ली है और वहां से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. तमिलनाडु का ये छात्र रोहित वेमुला को इंसाफ दिलाने की मुहिम से भी जुड़ा था.


दिल्ली में जेएनयू के झेलम हॉस्टल में रहने वाले रिसर्च स्कॉलर रजनी कृष ने मुनिरका विहार के इसी मकान में अपने एक दोस्त के कमरे में आत्महत्या कर ली. कल दोपहर वो होली खेलने के बाद अपने दोस्त के घर आया था.



25 साल के एमफिल छात्र मृथ्थू कृष्णन उर्फ रजनी कृष का शव पंखे से लटका मिला. मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और तब तक उसकी फेसबुक पोस्ट से ही कोई सिरा पकड़ने की कोशिश हो रही है. जिसमें आगे उसने एमफिल और पीएचडी के दाखिले में असमानता की बात लिखी थी. हालांकि उसके दोस्तों भी उसकी खुदकुशी की सही वजह नहीं तलाश पा रहे हैं.


इन दोनों के बयान से सवाल उठ रहे हैं कि क्या किसी निजी संबंध में तनाव वजह थी ? क्या खराब आर्थिक हालत वजह थी ? क्या दाखिले में हुई कोई दिक्कत वजह थी ? क्या किसी अकादमिक काम का दबाव था ? या फिर   रोहित वेमुला को न्याय से जुड़े आंदोलन से कोई निराशा घर कर रही थी ?


पुलिस को पहली नजर में ये आत्महत्या का एक सामान्य मामला लग रह है और जेएनयू से जुड़े किसी मुद्दे का संबंध नहीं नजर आ रहा है लेकिन जांच कई पहलुओं से जारी है.