नई दिल्ली: देश की मशहूर जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में लेफ्ट एक बार फिर अपना किला बचाने में कामयाब होता दिख रहा है. जेएनयू छात्र संघ के चुनाव में अध्यक्ष समेत चारों पदों पर लेफ्ट के उम्मीदवार आगे हैं. हालांकि दिल्ली हाई कोर्ट जेएनयू छात्र संघ चुनाव के नतीजे घोषित होने पर 17 सितंबर तक रोक लगा रखी है.


जेएनयू इलेक्शन कमीशन और ऑल पार्टी मीटिंग शुक्रवार देर रात तक वोटिंग के बाद हाई कोर्ट के नोटिस पर विचार करती रही. मीटिंग के बाद इस बात का फैसला हुआ कि काउंटिंग शुरू की जाएगी. शनिवार दोपहर जेएनयू इलेक्शन कमीशन और ऑल पार्टी मीटिंग के बाद कांउटिंग शुरू की गई. हालांकि इस मीटिंग में कुछ वोटों की गिनती नहीं करने का फैसला भी किया गया.


चारों पदों पर लेफ्ट आगे


शनिवार शाम से ही रुझान आना शुरू हो गए थे. जिसमें शुरू से ही लेफ्ट यूनिटी बढ़त बनाये हुए थी. छात्र संगठन आइसा, एसएफआई, एआईएसएफ, और डीएसएफ के संयुक्त मोर्चा ने जेएनयू छात्र संघ चुनावों में केंद्रीय पैनल के सभी चार पदों पर लेफ्ट यूनिटी लीड पर है. ABVP सभी चार सीटों पर दूसरे स्थान पर रही है तो वहीं अम्बेडकर के नाम पर जेएनयू छात्र संघ चुनावों में उभरी पार्टी बापसा तीसरे स्थान पर है.


अभी तक के रुझानों के मुताबिक अध्यक्ष पद पर लेफ्ट यूनिटी की आईशी घोष को 2313 वोट मिले है. जबकि दूसरे स्थान पर एबीवीपी के मनीष जांगिद को 1128 वोट मिले हैं. इस बार एबीवीपी को काटें की टक्कर देने वाली पार्टी बापसा के उम्मीदवार जितेंद्र सूना को 1122 वोट मिले है.


उपाध्यक्ष पद पर लेफ्ट के साकेत मून 3365 वोट से लीड कर रहे है. जबकि एबीवीपी की श्रुति अग्निहोत्री 1335 वोट लेकर दूसरे स्थान पर हैं. रुझानों के मुताबिक जनरल सेक्रेटरी पद पर भी लेफ्ट यूनिटी के सतीश यादव 2,518 से लीड कर रहे है. वहीं एबीवीपी के सबरीश पीए को 1355 वोट मिले हैं. ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर लेफ्ट यूनिटी के दानिश 3295 वोटों से लीड कर रहे है, जबकि एबीवीपी के सुमंता साहू को 1508 वोट मिले हैं.


हाई कोर्ट ने लगाई है नतीजों पर रोक


कोर्ट ने रोक लगाने का नोटिस जेएनयू के ही दो एमबीए स्टूडेंट्स की शिकायत पर जारी किया. दोनो छात्रों का कहना था कि उन्हें जबरदस्ती पोलिंग से हटाया जा रहा है. यह दोनों छात्र कॉउंसलर के पद के लिए खड़े थे. हाई कोर्ट ने जेएनयू छात्र संघ चुनाव का रिजल्ट 17 सितंबर तक जारी करने पर रोक फिलहाल लगाई हुई है.


68 फीसदी हुई थी वोटिंग


इस बार जेएनयू में कुल 67.9% वोटिंग हुई है. जिसमे 5762 वोट डाले गए है. हाई कोर्ट के आदेश को मानते हुए जेएनयू इलेक्शन कमीशन और ऑल पार्टी मीटिंग में लिए फैसले के मुताबिक आखिरी के तीन चरणों के रुझान नहीं बताये जाने थे. अभी तक सिर्फ 5050 वोटों की गिनती की गई है और रुझानों के मुताबिक लेफ्ट यूनिटी चारो सीटो पर लीड कर रही है. अभी तकरीबन 712 वोटों की गिनती रोक दी है. जिस की गिनती कोर्ट के आदेश के बाद ही की जाएगी.