जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष ने कहा- इस लड़ाई में कश्मीर को नहीं भूल सकते
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष ने कहा है कि इस लड़ाई में कश्मीर को नहीं भूल सकते हैं.
नई दिल्ली: जवाहर लाल विश्वविद्यालय के छात्र संघ (जेएनयूएसयू) की अध्यक्ष आईशी घोष ने कहा है कि इस लड़ाई हम कश्मीर को नहीं भूल सकते. आईशी ने कहा,''हम इस लड़ाई में कश्मीर का पीछा और उनकी बात नहीं भूल सकते. उनके साथ जो हो रहा है कहीं न कहीं वहीं से इस सरकार ने शुरू किया था कि हमारे संविधान को हमसे छीना जाए.''
बता दें कि JNU के अंदर हाल में ही नकाबपोशों द्वारा की गई हिंसा में आईशी बुरी तरह घायल हो गईं थीं. हालांकि इससे पहले कैंपस में हुई कथित हिंसा के मामले में आईशी घोष के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुआ है. दिल्ली पुलिस ने आईशी घोष और दो अन्य छात्रों से इसी सिलसिले में सोमवार को पूछताछ की.
JNUSU president Aishe Ghosh outside Jamia Millia Islamia: Hum is ladai mein Kashmir ka pichha aur unki baat nahi bhul sakte. Unke sath jo ho raha hai, kahin na kahin wahin se is sarkar ne shuru kiya tha ki hamare samvidhan ko hamse chheena jaye. pic.twitter.com/nnfnUQGjWx
— ANI (@ANI) January 15, 2020
इससे पहले जेएनयू हिंसा की जांच कर रही क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को आईशी घोष समेत नौ संदिग्धों की तस्वीरें जारी की थी. कुल नौ में से सात लेफ्ट से जुड़े हैं और दो आरोपी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े हैं. पांच जनवरी को कैंपस में हुए हिंसा को लेकर पुलिस ने ये तस्वीर जारी की थी. कई नकाबपोश लोगों ने कैंपस में छात्रों पर हमला किया था. इस हमले में कुल 35 छात्र घायल हुए थे. नौ संदिग्धों में पुलिस ने दोलन सामंता, प्रिया रंजन, सुचेता तालुकदार और चुनचुन कुमार (पूर्व छात्र), विकास पटेल और योगेंद्र भारद्वाज, आईशी घोष, पंकज मिश्रा और वास्कर विजय का नाम लिया था.
इसके अलावा पुलिस ने जेएनयू हमले में शामिल नकाबपोश लड़की की पहचान कर ली है. पुलिस ने बताया कि नकाबपोश लड़की की पहचना कोमल शर्मा के तौर पर हुई है. वह चेक शर्ट पहने है और अपने चेहरे को ढ़का हुआ है. उसके हाथ में डंठा भी है. पुलिस ने बताया कि कोमल शर्मा दिल्ली यूनिवर्सिटी के दौलत राम कॉलेज की छात्रा है. पुलिस ने कोमल शर्मा को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा है. पुलिस ने बताया कि शनिवार रात से ही कोमल शर्मा का फोन बंद है.