नई दिल्ली: देश की प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में छात्र और प्रशासन आमने-सामने हैं. विश्वविद्यालय के छात्र फीस वृद्धि और ड्रेस कोड जैसी पाबंदियों के विरोध में यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय ने फीस में जो बढ़ोतरी की है उसे तत्काल वापस लिया जाए.


जेएनयू प्रशासन ने सबसे अधिक वन टाइम सिक्योरिटी चार्ज (रिफंडेबल) फीस में बढ़ोतरी की है. पहले ये फीस 5500 रुपये थी जिसे अब बढ़ाकर 12 हजार रुपये कर दिया गया है. इसी के साथ सर्विस चार्ज की बात करें तो यह पहले शून्य था लेकिन इसे अब बढ़ाकर 1700 रुपये महीने कर दिया गया है. इसी के साथ रूम रेंट (सिंगल और डबल) दोनों में बढ़ोतरी की गई है. पहले जहां सिंगल रूम का चार्ज 20 रुपये महीना था उसे अब बढ़ाकर 600 रुपये महीना कर दिया गया है. वहीं, दो बेड वाले रूम का किराया जहां पहले 10 रुपये महीना था उसे बढ़ाकर अब 300 रुपये महीना कर दिया गया है.


फीस में की गई बढ़ोतरी



छात्र इन्हीं फीस में बढ़ोतरी से उग्र हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों के प्रदर्शन के कारण सोमवार को मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. गौरतलब है कि जेएनयू के तीसरे दीक्षांत समारोह में शिरकत करने उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सोमवार को जेएनयू आए थे. इस दौरान छात्रों ने रमेश पोखरियाल निशंक को कई घंटों तक ऑडिटोरियम से निकलने नहीं दिया.


छात्रों की मांग थी कि जब तक यूनिवर्सिटी के कुलपति छात्रों से नहीं मिलते हैं तब तक वह मंत्री को जाने नहीं देंगे. बाद में जेएनयूएसयू के पदाधिकारियों ने मंत्री से मुलाकात की. इसके बाद मंत्री ने आश्वासन दिया कि छात्रों की मांगों पर गौर किया जायेगा. इसके बाद एचआरडी मंत्री जेएनयू से बाहर निकल पाए.


विवादों में घिरा रहा है जेएनयू के मौजूदा कुलपति जगदीश कुमार का कार्यकाल


दिल्लीः फीस बढ़ोतरी और ड्रेस कोड के विरोध में छात्रों ने किया जेएनयू के बाहर प्रदर्शन


Education Loan Information:

Calculate Education Loan EMI