नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के छात्रों का मार्च शुरू हो गया है. छात्रों संघ संसद की ओर मार्च करेगा. जेएनयू के गेट के बाहर बैरिकेड लगाकर पुलिस ने मेन गेट बंद कर दिया है. पुलिस ने फिलहाल छात्रों को रोक दिया है. गेट पर इकठ्ठा छात्र बैरिकेड तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. फिलहाल छात्रों को रोक दिया गया है.


छात्रों ने अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों से हॉस्टल चार्ज बढ़ाने और हायर एजुकेशन को प्रभावित करने वाले अन्य मुद्दों के विरोध में आज संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने की अपील की है. संसद का शीतकालीन सत्र भी आज से शुरू हो गया है.


फीस वृद्धि के कारण जेएनयू छात्रों के आंदोलन के मद्देनजर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने यूजीसी के पूर्व चेयरमैन वीएस चौहान की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की है. यह कमेटी विद्यार्थियों और जेएनयू प्रशासन से बात करके अपने सुझाव सौंपेगी.


सरकार की तरफ से उच्चस्तरीय कमिटी गठित किए जाने पर जेएनयू के आंदोलनकारी छात्रों ने कहा कि जब तक बातचीत होती है तब तक सरकार को बढ़ी हुई फीस वापस लेनी चाहिए.


 जेएनयू छात्र संघ का कहना है कि देश में फीस हाइक बड़े पैमाने पर हो रहा है तो ऐसे में हम संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जेएनयू से संसद तक निकाले जाने वाले मार्च में शामिल होने के लिए सभी छात्रों को आमंत्रित करते हैं. छात्र संघ ने दिल्ली के बाहर के छात्रों से आंदोलन आयोजित करने की अपील की.


इसी बीच जेएनयू के कुलपति जगदीश कुमार ने विरोध कर रहे छात्रों से रविवार को अपील की कि वे अपनी कक्षाओं में लौट आएं, क्योंकि परीक्षाएं नजदीक हैं. विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जारी एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि 'उन्हें चिंतित अभिभावकों और छात्रों के ई-मेल आ रहे हैं. यदि हम अभी भी हड़ताल पर अड़े रहे तो इससे हजारों छात्रों के भविष्य पर असर होगा.


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कुलपति ने अपील में कहा कि मैं छात्रों से अनुरोध करता हूं कि आप क्लासों में वापस आइए और अपने शोध कार्यों को आगे बढ़ाइए. 12 दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू होंगी और अगर आप कक्षाओं में नहीं जाएंगे तो इससे आपके भविष्य के लक्ष्य प्रभावित होंगे.


वहीं दूसरी तरफ मार्च को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम जिले से शुरू होने वाले सभी संभावित मार्गों से संसद की ओर जाने वाले सभी प्रवेश बिंदुओं पर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए गए हैं. किसी भी अप्रिय स्थिति को टालने के लिए अन्य जिलों से भी अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए हैं.


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