नई दिल्लीः जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर (वीसी) एम जगदीश कुमार को शिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को अगले वीसी की नियुक्ति होने तक पद पर बने रहने के लिए कहा है. जगदीश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी को पूरा हो रहा था. जेएनयू में नए वीसी की नियुक्ति के लिए अक्टूबर में एक विज्ञापन निकाला गया था. इसमें कहा गया था कि इसके लिए कैंडिडेट के पास उच्चतम स्तर की क्षमता, ईमानदारी, नैतिकता और संस्थागत प्रतिबद्धता होनी चाहिए.


शुक्रवार को मंत्रालय शिक्षा के अंडर सक्रेट्री पीके सिंह ने कहा कि "वीसी एम जगदीश कुमार का पांच साल का कार्यकाल 26 जनवरी को पूरा होना है, उनको अगले वीसी के नियुक्त होने तक कार्यकाल की समाप्ति के बाद पद पर बने रहने की अनुमति दी गई है."


जगदीश कुमार का कार्यकाल में कई विवादों से हुआ सामना
जगदीश कुमार के 9 फरवरी 2016 से शुरू हुआ हुआ था. उनके कार्यकाल के बाद जेएनयू परिसर में तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुई. कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के खिलाफ परिसर में कथित रूप से देश विरोधी नारे लगाने के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ. जेएनयू छात्र नजीब अहमद के लापता होने भी चर्चा रही. हॉस्टल फीस में वृद्धि और छात्रों और शिक्षकों के लिए अटेंडेंस मैंडेटरी करने के कारण परिसर में लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन भी हुए.


इस्तीफे की भी मांग उठती रही
जेएनयू छात्र संघ और जेएनयू टीचर्स एसोसिएशन के साथ भी विवाद रहा और उनके इस्तीफे की मांग समय-समय पर उठती रही है. पिछले साल जनवरी में जेएनयू कैंपस हिंसा का दृश्य सामने आए थे. तब नकाबपोश लोगों ने हॉस्टल में घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की और संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया. इस हमले में कई छात्र घायल हुए थे. इसके बाद इसकी जांच के लिए एक पैनल गठित किया गया था जिसे बाद में भंग कर दिया गया.


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